अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की बैठक में सम्मानित किए गए भारत के 2 अंतरिक्ष वैज्ञानिक
क्या है खबर?
अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (COSPAR) ने भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिक प्रहलाद चंद्र अग्रवाल और अनिल भारद्वाज को प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया है।
यह अंतरिक्ष विज्ञान अनुसंधान के लिए समर्पित दुनिया की पहली वैज्ञानिक संस्था है।
अग्रवाल को दक्षिण कोरिया के बुसान में शुरू हुए 45वें COSPAR वैज्ञानिक सम्मेलन में हैरी मैसी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वह टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च में खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी विभाग के सेवानिवृत्त प्रोफेसर हैं।
पदक
भारद्वाज को मिला विक्रम साराभाई पदक
अहमदाबाद स्थित भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (PRL) के निदेशक अनिल भारद्वाज को विक्रम साराभाई पदक से सम्मानित किया गया, जो विकासशील देशों में उत्कृष्ट अंतरिक्ष विज्ञान अनुसंधान को सम्मानित करता है।
यह पदक COSPAR और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित किया गया था।
2017 से PRL के निदेशक भारद्वाज ग्रहीय अंतरिक्ष विज्ञान और सौरमंडल अन्वेषण में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने चंद्रयान, मंगलयान और आदित्य-L1 जैसे मिशनों पर काम किया है।
सम्मान
अग्रवाल के नाम रखा जाएगा ग्रह का नाम
अग्रवाल भारत के सबसे वरिष्ठ अंतरिक्ष वैज्ञानिकों में से भी एक हैं। उनके पदक और प्रशस्ति पत्र के साथ-साथ इस पुरस्कार में वैज्ञानिक के नाम पर एक छोटे ग्रह का नामकरण भी शामिल है।
X-रे खगोल विज्ञान में अपने काम के लिए जाने जाने वाले अग्रवाल ने एस्ट्रोसैट कार्यक्रम का नेतृत्व किया है, जो भारत का पहला मल्टीवेवलेंथ खगोल विज्ञान सैटेलाइट था। इसे 2015 में लॉन्च किया गया था और अभी भी संचालन में है।