डीपसीक को लेकर सरकार अलर्ट, यूजर्स के लिए एडवाइजरी कर सकती है जारी
क्या है खबर?
भारत सरकार जल्द ही एक चेतावनी जारी कर सकती है, जिसमें चीनी कंपनी डीपसीक के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स से जुड़ी डाटा चोरी और साइबर जासूसी के संभावित खतरों के बारे में बताया जाएगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत CERT-In ने इस टूल की जांच की है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह टूल यूजर की गतिविधियों को ट्रैक कर सकता है। सरकार इसे सुरक्षित नहीं मानती और इसके उपयोग पर जल्द एडवाइजरी जारी कर सकती है।
चिंता
डाटा प्राइवेसी पर बढ़ती चिंता
जांच में यह सामने आया है कि डीपसीक 3 तरह से डाटा इकट्ठा करती है, जिसमें यूजर के इनपुट, डिवाइस इन्फों और अन्य सोर्स डाटा शामिल हैं। इससे यूजर्स की गोपनीयता को गंभीर खतरा हो सकता है।
एक अधिकारी के मुताबिक, यह टूल गलत जानकारी फैलाकर लोगों की सोच को प्रभावित कर सकता है।
भारत सरकार को चिंता है कि चीन भारतीय यूजर्स के डाटा को कैसे और कहां स्टोर कर रहा है, इस पर कोई स्पष्ट जवाबदेही नहीं है।
प्रतिबंध
कई देशों ने पहले ही लगाया प्रतिबंध
डीपसीक पर सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि कई अन्य देश भी सतर्क हैं। इटली, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका की संघीय एजेंसियों ने इसे आधिकारिक उपकरणों पर इस्तेमाल करने से रोक दिया है।
भारत के वित्त मंत्रालय ने भी सरकारी कंप्यूटरों पर AI टूल्स के उपयोग को लेकर पहले ही चेतावनी जारी की थी।
सरकार का मानना है कि ऐसे टूल सरकारी और संवेदनशील डाटा की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं, इसलिए इस पर सख्त नजर रखी जा रही है।