OpenAI का बड़ा आरोप, डीपसीक ने उसके मॉडल से किया अपना AI मॉडल तैयार
क्या है खबर?
चीन की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी डीपसीक ने अपने AI मॉडल डीपसीक-R1 को लॉन्च कर तकनीकी क्षेत्र में तूफान ला दिया है।
अब ChatGPT बनाने वाली OpenAI ने आरोप लगाया है कि डीपसीक ने डीपसीक-R1 को बनाने के लिए उसके मॉडल का उपयोग किया।
यह मॉडल रीजनिंग क्षमताओं में उन्नत है और अमेरिकी AI कंपनियों को टक्कर दे रहा है। डीपसीक ने इसे काफी कम खर्च में बनाया है, जबकि अमेरिकी कंपनियां अपने मॉडल्स पर भारी खर्च कर रही हैं।
आरोप
OpenAI ने डीपसीक पर चोरी का आरोप लगाया
OpenAI का दावा है कि डीपसीक ने डिस्टिलेशन तकनीक का उपयोग करके उसके GPT-4 मॉडल के आउटपुट से अपना मॉडल प्रशिक्षित किया।
यह तकनीक छोटे मॉडलों को बड़े मॉडल से सीखने में मदद करती है, जिससे वे कम लागत में समान प्रदर्शन कर सकते हैं।
OpenAI का कहना है कि उसने डीपसीक के अकाउंट की जांच की और API के माध्यम से डाटा चोरी के संदेह में उसकी पहुंच ब्लॉक कर दी।
विवाद
विशेषज्ञों की राय और कानूनी विवाद
AI विशेषज्ञों के अनुसार, छोटे स्टार्टअप कंपनियां ज्यादातर बड़े AI मॉडल्स के आउटपुट का उपयोग करके अपने सिस्टम प्रशिक्षित करती हैं।
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ता रित्विक गुप्ता ने कहा कि यह सामान्य प्रक्रिया है, जिससे छोटी कंपनियां तेजी से उभर सकती हैं।
हालांकि, OpenAI का आरोप है कि डीपसीक ने जानबूझकर GPT-4 डाटा का उपयोग किया, जिससे उसे अन्य प्रतिस्पर्धियों पर अनुचित लाभ मिला।
OpenAI की सेवा शर्तों के अनुसार, कोई भी यूजर इसकी सेवाओं की नकल नहीं कर सकता।
मदद
OpenAI ने अमेरिकी सरकार से मांगी मदद
OpenAI ने आरोप लगाया कि चीन की AI कंपनियां लगातार अमेरिकी तकनीक की नकल करने का प्रयास कर रही हैं, जिससे वैश्विक प्रतिस्पर्धा असंतुलित हो सकती है।
कंपनी का कहना है कि वह अपने बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा के लिए नए उपाय कर रही है और अमेरिकी सरकार से AI तकनीक की सुरक्षा पर ध्यान देने की अपील की है।
यह मामला भविष्य में AI टेक्नोलॉजी पर नियंत्रण और सुरक्षा को लेकर वैश्विक बहस को जन्म दे सकता है।