व्हाट्सऐप के जरिये कई तरीकों से हो सकती है ठगी, गृह मंत्रालय ने जारी की एडवायजरी
गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले एक पुलिस थिंक टैंक ने सोशल मीडिया मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप पर साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी के विभिन्न मामलों को लेकर एक एडवायजरी जारी की है। मंत्रालय के पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (BPRD) ने कुछ खास तरीकों की पहचान की है, जिनका इस्तेमाल कर शातिर अपराधियों द्वारा व्हाट्सऐप के उपयोगकर्ताओं को आसानी से शिकार बनाया जा रहा है। आइए जानते हैं कि मंत्रालय ने अपनी चेतावनी में क्या-क्या कहा है।
मंत्रालय के थिंक टैंक ने 7 तरह की धोखाधड़ी की है पहचान
BPRD ने हाल में व्हाट्सऐप पर 7 तरह की धोखाधड़ी की पहचान की है। इनमें मिस्ड कॉल, वीडियो कॉल, नौकरी की पेशकश और निवेश योजनाओं के नाम पर धोखाधड़ी, पहचान बदलकर जालसाजी, सेंधमारी और स्क्रीन साझा करना शामिल हैं। पुलिस थिंक टैंक ने अपनी एडवायजरी में कहा है कि 'हाइजैकिंग' मामले के जालसाज पीड़ित के व्हाट्सऐप खाते तक अनाधिकृत पहुंच बना लेते हैं और उनके संपर्कों से पैसे का डिमांड करते हैं।
सेक्सटार्शन के लिए किये जाते हैं वीडियो कॉल- BPRD
BPRD ने अपने एडवायजरी में कहा, "कुछ मामलों में अज्ञात नंबर से व्हाट्सऐप वीडियो कॉल भी देखी गई है। ये मूल रूप से सेक्सटॉर्शन आधारित वीडियो कॉल थे और इनका उपयोग उपयोगकर्ता को धमकी देने के लिए किया जाता है।" उसने कहा, "हैकर्स व्हाट्सऐप के उपयोगकर्ताओं को ब्लैकमेल करते हैं और ज्यादातर कॉल वियतनाम, केन्या, इथियोपिया और मलेशिया आदि देशों के कोड से शुरू होने वाले नंबरों के माध्यम से आते हैं।"
BPRD ने कहा- जालसाज 'कोड स्क्रिप्टेड बॉट' का करते हैं इस्तेमाल
एडवायजरी में कहा गया है कि जालसाज व्हाट्सऐप उपयोगकर्ताओं को ढूंढने के लिए 'कोड स्क्रिप्टेड बॉट' का उपयोग करते हैं और फिर उन्हें विभिन्न साइबर खतरों के लिए लक्षित करते हैं। आगे कहा गया है कि जालसाज पहचान बदलकर किसी कंपनी मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) या वरिष्ठ अधिकारी होने का दावा करते हैं और इससे पीड़ित व्यक्ति उनके झांसे में आ जाता है। जालसाज सोशल मीडिया से व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करते हैं और उनके नाम की फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं।
संदिग्ध या अज्ञात व्हाट्सऐप कॉल का न दें जवाब- BPRD
प्रौद्योगिकी प्रमुख मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सऐप द्वारा लाए गए सुरक्षा सुविधाओं के बारे में जनता को विज्ञापन देने के लिए हाल ही में कई संदेश अभियान शुरू किए हैं। एडवायजरी में व्हाट्सऐप उपयोगकर्ताओं से अपने अकाउंट पर '2 फैक्टर प्रमाणीकरण या 2FA' सक्रिय करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा उपयोगकर्ताओं से संदिग्ध या अज्ञात व्हाट्सऐप कॉल का उत्तर न देने और इन अज्ञात नबंरों को ब्लॉक करने का सुझाव दिया गया है।