आपके व्हाट्सऐप मैसेज ट्रैक कर रही है सरकार? फेक मैसेज के चक्कर में ना फंसें आप
मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप पर इन दिनों एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि सरकार यूजर्स के मैसेजेस पर नजर रख रही है। मैसेज में दावा किया गया है कि सरकार ना सिर्फ मैसेजस मॉनीटर कर रही है, बल्कि यूजर्स को चेतावनी के तौर पर 'रेड टिक' दिखाया जा रहा है। PIB फैक्टचेक टूल ने ट्विटर पर इस मैसेज के फेक होने की जानकारी दी है और बताया है कि सरकार ऐसा कुछ नहीं कर रही।
नया टिक सिस्टम आने से जुड़ा दावा
वायरल मैसेज में कहा गया है कि ऐप में तीसरा ब्लू टिक मैसेज में दिखने का मतलब है कि सरकार ने मैसेज पर ध्यान दिया है। वहीं, दो ब्लू और एक रेड टिक दिखने का मतलब है कि सरकार ने यूजर के खिलाफ ऐक्शन ले लिया है। एक ब्लू और दो रेड टिक का मतलब सरकार डाटा की स्क्रीनिंग कर रही है और तीन रेड टिक का मतलब है कि सरकार ने ऐक्शन ले लिया है।
ट्विटर पर दी जानकारी
कोरी अफवाह है वायरल हो रहा मैसेज
व्हाट्सऐप या भारत सरकार की ओर से ऐसी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। वायरल हो रहा मैसेज पूरी तरह फेक है और इसपर भरोसा ना करें। मैसेज में दावा किया गया है कि 26 मई से लागू हुए नए IT रूल्स के चलते व्हाट्सऐप में ये बदलाव किए गए हैं और भारत सरकार सोशल मीडिया अकाउंट्स मॉनीटर करेगी। जबकि व्हाट्सऐप ने नई गाइडलाइन्स अभी लागू भी नहीं की हैं और गाइडलाइन्स में ऐसे नियमों का जिक्र नहीं है।
क्या है व्हाट्सऐप मैसेजेस में टिक का मतलब?
व्हाट्सऐप कोई नया सिस्टम लेकर नहीं आया है और मैसेजेस में दो से ज्यादा टिक नहीं दिखेंगे और कोई रेड टिक नजर नहीं आएगा। ऐप में भेजे जाने वाले मैसेजेस में एक टिक आने का मतलब है कि वह सेंडर की ओर से भेजा जा चुका है और दूसरा टिक आने का मतलब होता है कि मैसेज रिसीवर तक पहुंच गया है। जब रिसीवर व्हाट्सऐप मैसेज पढ़ लेता है तो ये दोनों ब्राउन टिक ब्लू कलर में दिखने लगते हैं।
ऑफ कर सकते हैं ब्लू टिक
अगर आप नहीं चाहते कि सामने वाले को आपके मैसेज पढ़ने का पता चले तो ब्लू टिक ऑफ कर सकते हैं। सेटिंग्स में जाने के बाद अकाउंट सेक्शन और प्राइवेसी में जाने पर आपको रीड रीसिप्ट का विकल्प दिखेगा। इसके सामने दिखने वाला टॉगल ऑफ करने पर आपके मैसेज पढ़ने के बाद भी सामने वाले को ब्लू टिक नहीं दिखेगा। हालांकि, ऐसा करने पर आप भी दूसरों को भेजे मैसेज पर ब्लू टिक नहीं देख पाएंगे।
व्हाट्सऐप मैसेजेस पर भरोसा करने से बचें
ज्यादातर वायरल मैसेज सबसे ऊपर 'फॉरवर्डेड मेनी टाइम्स' लेबल के साथ आते हैं, इनपर भरोसा करने से पहले इनकी पड़ताल कर लें। किसी मैसेज की सच्चाई पर शक हो तो उससे जुड़े कीवर्ड्स आप गूगल सर्च में एंटर कर देख सकते हैं। इसके अलावा फेक मैसेजेस में दिए गए किसी लिंक पर भूल से भी क्लिक ना करें। ये लिंक डिवाइस में खतरनाक मालवेयर पहुंचा सकते हैं, जिनकी मदद से आपका डाटा चोरी किया जा सकता है।