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कोरोना वायरस जीवित प्राणी, उसे भी जीने का हक- त्रिवेंद्र सिंह रावत

कोरोना वायरस जीवित प्राणी, उसे भी जीने का हक- त्रिवेंद्र सिंह रावत

May 14, 2021
01:35 pm

क्या है खबर?

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि कोरोना वायरस एक जीवित प्राणी है और उसे भी इंसानों की तरह जीने का हक है। सोशल मीडिया पर उनका यह बयान जमकर वायरल हो रहा है और लोग इस पर हैरानी जता रहे हैं। रावत का कहना है कि इंसान कोरोना वायरस के पीछे पड़े हैं इसलिए यह बार-बार अपना रूप बदल रहा है। आइये, जानते हैं कि रावत ने कोरोना को लेकर और क्या कहा।

बयान

रावत ने अपने बयान में क्या कहा?

सोशल मीडिया पर चल रहे एक वीडियो में रावत कह रहे हैं, "यह वायरस भी एक प्राणी है और हम भी। हम अपने आपको सबसे बुद्धिमान मानते हैं, लेकिन वो प्राणी जीना चाहता है। उसे भी अधिकार है। हम उसके पीछे लगे हैं। वो बचना चाहता है। रूप बदल रहा है। बचने के लिए वह बहरुपिया हो गया है। इसलिए इससे दूरी बनाकर चलना होगा। तू भी चलता रह और हम भी चलते रहे।"

बयान

"हमें वायरस से तेज चलने की जरूरत"

रावत ने अपने बयान में आगे कहा, "बस, हमें वायरस से तेज चलना होगा ताकि वो पीछे छूट जाए। हमें इस पहलू की तरफ भी ध्यान देना चाहिए। वो भी एक जीवन है और अपने जीवन को बचाने के लिए रूप बदल रहा है।"

ट्विटर पोस्ट

यहां देखिये रावत का बयान

आलोचना

विपक्ष ने साधा निशाना

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस बयान पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने निशाना साधा है। उत्तराखंड के कांग्रेस उपाध्यक्ष सुर्यकांत धस्माना ने कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री का यह बयान मूर्खता और बकवास के अलावा कुछ नहीं। उनके पास कोई दूरदृष्टि नहीं है, जिस वजह से उनकी भाजपा में यह स्थिति हुई है। वहीं आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता अमरजीत सिंह राणा ने कहा कि रावत उत्तराखंड को हंसी का पात्र बना रहे हैं।

समर्थन

भाजपा और समर्थकों ने किया रावत का बचाव

एक तरफ सोशल मीडिया पर लोग रावत के इस अनोखे ज्ञान पर हैरानी जता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ भाजपा और उनके समर्थकों ने इसका बचाव किया है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस महामारी के दौर में गंदे खेल खेल रही है और आम आदमी पार्टी राज्य में राजनीतिक उपस्थिति के लिए सस्ता प्रचार पाने की कोशिश में है। वहीं रावत के समर्थकों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री लोगों को कोरोना से सावधान रहने को कह रहे थे।

जानकारी

मार्च में दिया था मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मार्च में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। बताया गया कि उत्तराखंड के कई विधायक रावत की कार्यशैली को लेकर नाराज थे और उन्होंने इसकी शिकायत केंद्रीय नेतृत्व से भी की थी। उनका कहना था कि भाजपा अगले साल होने वाले चुनावों में त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में उतरती तो उसे नुकसान उठाना पड़ सकता था। उनके बाद भाजपा ने तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड की कमान सौंपी थी।

कोरोना का कहर

देश में 2.62 लाख लोगों की जान ले चुका है कोरोना

उत्तराखंड में कोरोना वायरस के 2,71,810 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 78,304 सक्रिय मामले हैं, 1,89,261 लोग ठीक हो चुके हैं और 4,245 लोगों की मौत हुई है। वहीं पूरे देश की बात करें तो बीते दिन 3,43,144 नए मामले सामने आए और 4,000 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,40,46,809 हो गई है। इनमें से 2,62,317 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।