
गूगल I/O 2025: जेमिनी 2.5 प्रो में आया नया डीप थिंक मोड
क्या है खबर?
गूगल ने I/O 2025 में अपने जेमिनी 2.5 प्रो मॉडल के लिए नया 'डीप थिंक' मोड लॉन्च किया है।
इसका मकसद है कि मॉडल किसी भी सवाल का जवाब देने से पहले कई संभावित उत्तरों का विश्लेषण करे।
गूगल डीपमाइंड के प्रमुख डेमिस हसबिस ने कहा कि यह तकनीक सोच और तर्क के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है और इससे मॉडल का प्रदर्शन उसकी पूरी क्षमता तक पहुँच सकता है।
प्रदर्शन
बेंचमार्क टेस्ट में शानदार प्रदर्शन
गूगल ने डीप थिंक की तकनीकी जानकारी नहीं दी है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह OpenAI के मॉडल्स जैसे o1-प्रो और o3-प्रो जैसा काम करता है।
डीप थिंक ने जेमिनी 2.5 प्रो को लाइव कोड बेंच और MMMU जैसे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने में मदद की है।
ये टेस्ट कोडिंग, धारणा और तर्क क्षमता को आंकने के लिए बनाए गए हैं और इसमें जेमिनी ने अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर स्कोर किया।
अपडेट
जेमिनी फ्लैश और डिफ्यूजन में भी अपडेट
डीप थिंक के साथ-साथ गूगल ने अपने जेमिनी 2.5 फ्लैश मॉडल को भी अपडेट किया है। यह अब पहले से ज्यादा तेज, कुशल और लंबे डेटा को संभालने में बेहतर है।
इसके अलावा, गूगल ने जेमिनी डिफ्यूजन नामक एक नया मॉडल भी लॉन्च किया है, जो अन्य मॉडल्स की तुलना में 4-5 गुना तेज रिजल्ट देता है। ये दोनों मॉडल गूगल के AI स्टूडियो, वर्टेक्स AI और जेमिनी ऐप में देखे जा सकते हैं।
सुरक्षा
इनके लिए है यह उपलब्ध
डीप थिंक इस समय केवल विश्वसनीय परीक्षकों के लिए जेमिनी API के जरिए उपलब्ध है। गूगल का कहना है कि वह इसे सबके लिए लाने से पहले इसकी सुरक्षा और विश्वसनीयता का पूरी तरह से मूल्यांकन करना चाहता है।
यह सतर्क तरीका यह दिखाता है कि गूगल अपनी AI तकनीकों को आम लोगों तक पहुंचाने से पहले उनकी सुरक्षा को सबसे ज्यादा प्राथमिकता देता है, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी से बचा जा सके।