क्रोमबुक में ढेरों नए फीचर्स लाई गूगल, कर्सिव ऐप के साथ मिला हैंडरिटेन नोट्स का सपोर्ट

सर्च इंजन कंपनी गूगल की ओर से क्रोमबुक को बड़ा अपडेट दिया गया है। इस अपडेट के बाद क्रोमOS पर चलने वाले PCs में कई नए फीचर्स मिलेंगे। नए फीचर्स की लिस्ट में गलत USB टाइप-C केबल डिटेक्शन, बेहतर मैग्निफिकेशन और हैंडरिटेन नोट्स के लिए नई ऐप शामिल हैं। क्रोमबुक से जुड़े बदलावों का फायदा स्टूडेंट्स और ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों को मिलेगा। आने वाले दिनों में कुछ कस्टमाइजेशन फीचर्स भी दिए जा सकते हैं।
गूगल ने पिछले साल चुनिंदा डिवाइसेज के लिए कर्सिव नाम की ऐप रोलआउट की थी। इस ऐप की मदद से यूजर्स को स्टायलस से लिखकर नोट्स लेने का विकल्प PCs पर मिला था। कंपनी ने बताया है कि अब इस कर्सिव ऐप को सभी क्रोमबुक्स के लिए भी रोलआउट किया गया है। गूगल ने लिखा, 'कर्सिव ऐप की मदद से आपकी क्रोमबुक पर हाथ से लिखे नोट्स सेव, एडिट और मैनेज करना आसान हो जाएगा।'
गूगल ने कहा है कि नए अपडेट के बाद यूजर्स को दी गई कर्सिव ऐप सभी एलिजिबल क्रोमबुक्स में प्रीइंस्टॉल्ड मिलेगी। इसके अलावा मौजूदा यूजर्स cursive.apps.chrome पर जाकर भी इसे मैन्युअली डाउनलोड और इंस्टॉल कर पाएंगे।
गूगल अपने क्रोमबुक यूजर्स को स्क्रीन का कोई हिस्सा मैग्निफाइ करने का विकल्प दे रही है और वे इसका साइज कंट्रोल कर सकेंगे। यूजर्स कंटेंट जूम करने के लिए नए फीचर की मदद ले पाएंगे। इसके अलावा स्टैंडर्ड स्क्रीन पर लौटते हुए कंटेंट को छोटा भी किया जा सकेगा। अपनी जरूरत के हिसाब से यूजर्स तय कर सकेंगे कि वे कंटेंट को किस तरह देखना चाहते हैं और उसे कितना जूम किया जाना बेहतर होगा।
क्रोमबुक्स को मिलने वाले एक और फीचर के साथ अगर डिवाइस से कोई गलत USB टाइप-C केबल कनेक्ट की जाती है, तो यूजर्स को अलर्ट्स दिखाए जाएंगे। यानी कि गूगल यूजर्स को बताएगी कि किन केबल्स को उनके डिवाइस से कनेक्ट नहीं किया जाना चाहिए। कंपनी ने कहा है कि यूजर्स को तब भी जानकारी दी जाएगी, जब उनके क्रोमबुक हाई-परफॉर्मेंस USB4 या थंडरबोल्ट 3 स्टैंडर्ड्स वाले केबल को सपोर्ट नहीं करेंगे।
नए फीचर्स 11th और 12th जेनरेशन इंटेल कोर CPUs वाले क्रोमबुक्स को दिए गए हैं, जो USB4 या थंडरबोल्ट क्षमता के साथ आते हैं। अगले कुछ महीनों में इन्हें बाकी क्रोमबुक्स का हिस्सा भी बनाया जाएगा। गूगल ने बताया है कि जल्द क्रोमबुक यूजर्स को पर्सनलाइजेशन से जुड़े कुछ फीचर्स भी दिए जाएंगे। इसके अलावा उन्हें कर्सिव ऐप में फॉन्ट थिकनेस, स्टाइल और स्टायलस स्ट्रोक के कलर में बदलाव करने का विकल्प दिया जाएगा।
क्रोमबुक सामान्य विंडोज, लाइनक्स या मैकOS आधारित लैपटॉप्स से पूरी तरह अलग होते हैं। इनमें गूगल का क्रोमOS इंस्टॉल होता है, जो बाकी ऑपरेटिंग सिस्टम्स के मुकाबले कम प्रोसेसिंग क्षमता पर काम कर सकता है। क्रोमबुक में फुल-फ्लेज्ड सॉफ्टवेयर्स इंस्टॉल करने का विकल्प नहीं मिलता, लेकिन यूजर्स ऐप्स इंस्टॉल कर सकते हैं। जिन यूजर्स का ज्यादा काम इंटरनेट ब्राउजर या दूसरी क्लाउड आधारित सेवाओं पर निर्भर है, उनके लिए क्रोमबुक अच्छा विकल्प बनता है।