मुंबई के 83 वर्षीय वकील से जालसाजों ने की 6 लाख रुपये की ठगी
महाराष्ट्र के मुंबई से साइबर अपराध का एक नया मामला सामने आया है, जहां जालसाजों ने एक 83 वर्षीय वकील से 6 लाख रुपये से अधिक की ठगी की है। इस ठगी को अंजाम देने के लिए एक महिला जालसाज ने पीड़ित से संपर्क किया था। मामला सामने आने के बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ गोवंडी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है और पुलिस मामले की जांच के लिए साइबर पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है।
इस तरह शुरू हुई ठगी
पीड़ित वकील मुंबई के गोवंडी इलाके में अपने सबसे बड़े बेटे के साथ रहते है, जबकि उनके छोटे बेटे और बेटी विदेश में हैं। उन्हें एक अज्ञात नंबर से फ्लोरिडा में रहने वाली अमेलिया नाम की महिला का मैसेज मिला। उसने कहा कि वह लंदन से है और अपने पिता के रियल एस्टेट और सोने के व्यवसाय का प्रबंधन कर रही है। थोड़े समय बाद दोनों दोस्त बन गए और उन्होंने एक-दूसरे के साथ तस्वीरें शेयर करना शुरू कर दिया।
सोने की खरीदारी का झांसा
अमेलिया ने वकील को बताया कि उसकी मौसी को एक भारतीय जौहरी से सोना खरीदना है। उसने वकील को बताया कि वह 24 अक्टूबर को भारत आ रही और दिल्ली की फ्लाइट टिकट भेजी। जब अमेलिया ने 24 अक्टूबर को वकील को फोन किया, तो उसने बताया कि उसे दिल्ली हवाई अड्डे पर 1 लाख रुपये मूल्य के UK पाउंड ले जाने के लिए रोका गया और भारतीय अधिकारियों को पैसे रिलीज करने के लिए 96,000 रुपये की जरूरत है।
वकील का शक और शिकायत
अमेलिया ने वकील से बार-बार अलग-अलग राशि मांगकर कुल 12.1 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए कहा, जिसमें एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग सर्टिफिकेट और रूपांतरण शुल्क शामिल था। वकील ने कुछ बार RTGS के माध्यम से पैसे ट्रांसफर किए, लेकिन जब उसने गुड़गांव में रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड के बारे में पूछताछ की, तो उसे शक हुआ। वकील ने मुंबई पुलिस से संपर्क किया और पूरी घटना की शिकायत दर्ज कराई।
ऐसी साइबर ठगी से कैसे बचें?
साइबर ठगी से सुरक्षित रहने के लिए कभी भी किसी अनजान कॉल या मैसेज में दिए गए निर्देशों का पालन न करें। किसी कंपनी या व्यक्ति को भुगतान करने से पहले उसके बैंक अकाउंट से संबंधित विवरण को वेरीफाई जरूर कर लें। अपनी वित्तीय और व्यक्तिगत जानकारी को किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ साझा ना करें और किसी अनजान से वित्तीय लेनदेन बिना करें। ठगी की आशंका होने पर साइबर अपराध सेल में शिकायत करें।