करोड़ों यूजर्स के डाटा लीक पर चुप्पी बरकरार रखेगी फेसबुक, नहीं देगी जानकारी
क्या है खबर?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के करीब 53.3 करोड़ यूजर्स का पर्सनल डाटा लीक होने का मामला बीते दिनों सामने आया है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि फेसबुक इन यूजर्स को डाटा लीक से जुड़ी कोई जानकारी नहीं देने वाली है।
फेसबुक स्पोक्सपर्सन ने कहा है कि यूजर्स इस दिक्कत को अपने स्तर पर ठीक नहीं कर सकते और पब्लिकली उपलब्ध डाटा के बारे में हम यूजर्स को जानकारी नहीं देंगे।
हैकिंग
इस तरह चुराया गया यूजर्स का डाटा
इससे पहले फेसबुक ने कहा था कि हैकर्स ने स्क्रैपिंग के जरिए यूजर्स का डाटा चुराया है।
कंपनी इस बात पर जोर दे रही है कि करोड़ों यूजर्स का डाटा हैकिंग के जरिए नहीं लीक किया गया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मानें तो स्क्रैपिंग का काम सितंबर, 2019 से पहले किया गया था और इस दिक्कत को अब फिक्स कर दिया गया है।
स्क्रैपिंग का मतलब, अलग-अलग तरीकों से यूजर्स के प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी इकट्ठा करना होता है।
ब्लॉग
साल 2019 में फेसबुक ने किए सुधार
ब्लॉग पोस्ट में कंपनी ने बताया है कि साल 2019 में यूजर्स का डाटा लीक होने की बात सामने आई थी।
फेसबुक ने लिखा, "हमें पता चला कि हमारे कॉन्टैक्ट इंपोर्टर फीचर की मदद से 2019 में मालिशियस ऐक्टर्स यूजर्स का डाटा जुटा रहे हैं तो हमने इसमें बदलाव किए। हमने मालिशियस ऐक्टर्स को सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने से रोका।"
दरअसल, सॉफ्टवेयर की मदद से ढेर सारे यूजर्स के फोन नंबर और जानकारी चुराकर डाटाबेस ऑनलाइन अपलोड कर दिया गया।
भरोसा
लीक डाटा में पर्सनल जानकारी शामिल नहीं
फेसबुक ने यह भी कहा कि हैकर्स सिर्फ उतनी जानकारी जुटाने में सफल रहे, जो यूजर्स के पब्लिक प्रोफाइल्स पर उपलब्ध थी।
इसमें हेल्थ, पासवर्ड्स या फाइनांस जैसी सेंसिटिव जानकारी शामिल नहीं है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट इससे अलग कहती है कि लीक डाटा का इस्तेमाल अन्य हैकिंग के मामलों में हो सकता है और यूजर्स को इससे नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
The Verge की रिपोर्ट में कहा गया है कि लीक जानकारी में जन्मतिथि और लोकेशन तक शामिल है।
सेटिंग
ऐसे सुनिश्चित करें बेहतर प्राइवेसी
अगर आपको लेटेस्ट डाटा लीक का हिस्सा होने से जुड़ी चिंता है, तो फेसबुक की ओर से 'हाउ टू फाइंड एंड कॉन्टैक्ट यू' फीचर अपडेट करने की सलाह दी गई है।
इसके अलावा प्लेटफॉर्म ने कहा है कि यूजर्स को अपने अकाउंट से जुड़ा रेग्युलर प्राइवेसी चेक-अप करते रहना चाहिए।
कई ऑनलाइन टूल्स की मदद से आप जान सकते हैं कि आपको फोन नंबर डाटा लीक का हिस्सा है या नहीं।
भारतीय यूजर्स www.fbleaks.com पर जाकर ऐसा कर सकते हैं।