गूगल ने ऑस्ट्रेलिया को दी सर्च इंजन बंद करने की चेतावनी, जानिए पूरा मामला
ऑस्ट्रेलिया दुनिया का पहला ऐसा देश बनने जा रहा है, जहां गूगल और फेसबुक को न्यूज-कंटेंट के बदले पब्लिशर्स को भुगतान करना होगा। गूगल इस कानून को लेकर नाराजगी जाहिर कर रही है और उसने अपना सर्च इंजन ऑस्ट्रेलिया से हटाने की चेतावनी दी है। गूगल ने कहा है कि उसकी कुछ सेवाएं ऑस्ट्रेलिया के यूजर्स को नहीं दी जाएंगी। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने जवाब में कहा है कि कानून बनाने वाले ऐसी 'धमकियों' के सामने नहीं झुकेंगे।
न्यूज पब्लिशर्स के साथ डील करें गूगल-फेसबुक
बेशक ऑस्ट्रेलिया गूगल के बड़े मार्केट्स में शामिल ना हो, लेकिन यहां से होने वाली शुरुआत गूगल की परेशानी बढ़ा सकती है और बाकी मार्केट्स भी ऐसे कानून ला सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया में नया कानून आने के बाद गूगल और फेसबुक को उनके प्लेटफॉर्म पर दिखने वाली न्यूज के बदले पब्लिशर्स से डील करनी होगी और उन्हें भुगतान करना होगा। गूगल ऑस्ट्रेलिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मिल सिल्वा ने शुक्रवार को कहा कि ये कानून लागू नहीं किए जा सकते।
नया कानून क्यों लाना चाहता है ऑस्ट्रेलिया?
गूगल ऑस्ट्रेलिया में बड़ी सर्च इंजन सेवा है और सरकार इसे मार्केट में प्रतिस्पर्धा के लिए जरूरी बता रही है। सरकार का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया के जो लोग खबरें पढ़ना चाहते हैं, वे गूगल पर जाते हैं। इसके बदले गूगल की ओर से पत्रकारिता कर रहे न्यूजरूम्स को 'सही' रकम मिलनी चाहिए। यह कहा जा रहा है कि न्यूज इंडस्ट्री को आर्थिक सहायता इसलिए मिलनी चाहिए, जिससे मीडिया लोकतंत्र को मजबूती देती रहे।
सर्च इंजन सेवा पूरी तरह हटा देगी गूगल
सरकार का कहना है कि साल 2005 के बाद से ऑस्ट्रेलिया के प्रिंट मीडिया की विज्ञापन से होने वाली कमाई 75 प्रतिशत तक कम हो गई है। गूगल ने कहा है कि वह अपने सर्च प्रोडक्ट को पूरी तरह हटा देगी और ऐसी चेतावनी गूगल की ओर से पहली बार दी गई है। कानून बनाने वालों का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया में की जाने वाली गूगल सर्च का केवल 12.5 प्रतिशत की खबरों से जुड़ा है।
अभी किसे मिलता है खबरों का फायदा?
ऑस्ट्रेलिया में न्यूज इंडस्ट्री की हालत खराब है और डिजिटल एडवर्टाइजिंग पर खर्च किए गए हर 100 ऑस्ट्रेलियन डॉलर (करीब 5,600 रुपये) में से 81 ऑस्ट्रेलियन डॉलर (करीब 4,550 रुपये) गूगल और फेसबुक के पास जाते हैं। लगातार नुकसान होने की वजह से ऑस्ट्रेलिया में कई न्यूज ऑर्गनाइजेशंस बंद हो गए हैं। वहीं, गूगल का प्रॉफिट लगातार बढ़ा है। गूगल का कहना है कि ऑनलाइन सूचना प्रवाह को रोका नहीं जा सकता और इंटरनेट ऐसे ही काम करता है।