गूगल डीपमाइंड का दावा, ChatGPT को टक्कर देगा उसका अगला चैटबॉट जेमिनी
क्या है खबर?
गूगल लंबे समय से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में काम कर रही है, लेकिन इसने यूजर्स के लिए AI आधारित कोई भी ऐप या सॉफ्टवेयर नहीं लॉन्च किया था।
इधर OpenAI ने AI चैटबॉट ChatGPT लॉन्च कर दुनियाभर में काफी लोकप्रियता हासिल कर ली।
ChatGPT की लोकप्रियता देख गूगल ने जल्दबाजी में चैटबॉट बार्ड लॉन्च किया, जो बहुत लोकप्रिय नहीं हुआ।
अब गूगल के AI डिवीजन डीपमाइंड ने कहा कि वह अगला चैटबॉट लाएगी, जो ChatGPT को टक्कर देगा।
गूगल
डीपमाइंड के नए चैटबॉट का नाम होगा जेमिनी
दरअसल, OpenAI के ChatGPT के मुकाबले में गूगल ने बार्ड को लॉन्च तो कर दिया, लेकिन इसकी शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही।
गूगल ने बार्ड को बाद में अपडेट भी किया, लेकिन ChatGPT को बाजार में सबसे पहले आने का फायदा मिल गया था।
अब ChatGPT के मुकाबले डीपमाइंड 'जेमिनी' नाम का चैटबॉट लाने की तैयारी में है।
वायर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेमिनी में कंपनी डीपमाइंड के AI सिस्टम अल्फागो की टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रही है।
जेमिनी
CEO ने बताई जेमिनी की क्षमताएं
जेमिनी में इस्तेमाल होने वाले अल्फागो की बात करें तो यह गूगल के डीपमाइंड का एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम है, जिसमें गो नामक बोर्ड गेम में एक पेशेवर मानव खिलाड़ी को हरा दिया था।
रिपोर्ट में डीपमाइंड के CEO डेमिस हसाबिस के हवाले से कहा गया कि यदि सब कुछ कंपनी के अनुसार होता है तो जेमिनी के पास योजना बनाने, समस्याओं को हल करने के साथ-साथ टेक्स्ट का विश्लेषण करने की क्षमता होगी।
अल्फागो
बड़े लैंग्वेज मॉडल और अल्फागो का कॉम्बिनेशन होगा जेमिनी
हसाबिस के मुताबिक, जेमिनी बड़े लैंग्वेज मॉडलों की अद्भुत लैंग्वेज क्षमताओं के साथ ही अल्फागो जैसे सिस्टम का संयोजन (कॉम्बिनेशन) होगा ।
उन्होंने कहा, "हमारे पास कुछ नए अविष्कार भी हैं जो काफी दिलचस्प होने वाले हैं।"
रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान में मौजूद लैंग्वेज मॉडल में जो कमियां हैं या मौजूदा लैंग्वेज मॉडल को जिन चीजों के लिए संघर्ष करना पड़ता है वो कमियां जेमिनी में देखने को नहीं मिलेंगी।
जानकारी
बार्ड की विफलता से आया जेमिनी का विचार - रिपोर्ट
जेमिनी की बात करें तो यह AI चैटबॉट के क्षेत्र में डीपमाइंड का अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बार्ड की विफलताओं से ही जेमिनी का जन्म हुआ या कहें कि जेमिनी का विचार आया।
चैटबॉट
स्पैरो भी पेश कर सकती है डीपमाइंड
डीपमाइंड की तरफ से लैंग्वेज मॉडल का यह कोई पहला प्रयास नहीं है।
जेमिनी से पहले कंपनी ने पिछले साल स्पैरो नाम का चैटबॉट पेश किया था। इसके बारे में डीपमाइंड लैब ने दावा किया था कि अन्य लैंग्वेज मॉडलों की तुलना में इसमें सवालों के 'असुरक्षित' या 'अनुचित' उत्तर देने की संभावना कम थी।
हसाबिस ने जनवरी में टाइम मैग्जीन को बताया था कि इस साल कभी भी स्पैरो को निजी बीटा के लिए रिलीज किया जा सकता है।