गूगल ने चैट में जोड़ा 'प्रीडिक्टिव स्मार्ट कंपोज' फीचर, टाइपिंग को बनाएगा आसान
गूगल का हैंगआउट चैट ऐप कुछ समय पहले तक काफी चर्चित था, लेकिन गूगल ने पिछले साल ही इसे बंद करने का फैसला लिया था। हैंगआउट की जगह अब गूगल चैट ऐप ने ले ली है। अब गूगल इस चैट को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अपडेट देने जा रही है। चैट में भी हैंगआउट जैसे ही फीचर्स हैं। अब AI की मदद से इसमें स्मार्ट कंपोज फीचर दिया जाएगा।
चैट में स्मार्ट कंपोज का है ये उद्देश्य
गूगल ने गूगल डॉक्स और जीमेल में पहले से ही "स्मार्ट कंपोज" फीचर दिया है। ये फीचर टाइपिंग के दौरान यूजर्स जो लिख रहे होते हैं उस संदर्भ में उससे जुड़े अगले शब्द या वाक्य का सुझाव देता है। स्मार्ट कंपोज से टाइपिंग में लगने वाले समय की बचत होती है। कंपनी ने कहा कि इसका उद्देश्य सहमकर्मियों के साथ बातचीत और प्रोजेक्ट से जुड़ी जानकारी एक दूसरे से साझा करने में बातचीत को तेज बनाना है।
जीमेल के जरिए इस्तेमाल किया जा सकता है चैट
चैट ऐप को बिजनेस के लिए डिजाइन किया गया है, लेकिन यह व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए आम यूजर्स के लिए भी उपलब्ध है। चैट को इस साल की शुरुआत में ही गूगल का मटेरियल डिजाइन ट्रीटमेंट मिला है। इसे जीमेल के साथ और बेहतर तरीके से जोड़ा गया है। इसे जीमेल में जाकर इस्तेमाल किया जा सकता है। नए फॉन्ट, रंग, पैनल के साथ ही गूगल ने प्रोजेक्ट कोलैबरेशन को आसान बनाने के लिए इसमें नया टॉपिक बटन दिया है।
डिफॉल्ट रूप से चालू मिलेगा स्मार्ट कंपोज फीचर
चैट और जीमेल में काफी कुछ समान है, इसलिए दोनों ऐप में स्मार्ट कंपोज का फीचर दिया जाना उपयोगी भी है। चैट में स्मार्ट कंपोज का फीचर डिफॉल्ट रूप से चालू मिलेगा। इसे बंद करने के लिए वेब और डेस्कटॉप पर एक मैसेज लिखते समय एनेबल प्रीडिक्टिव सजेशन को अनचेक करके बंद या डिसेबल किया जा सकता है। अपडेट केवल वेब वर्जन के लिए है और 26 जून तक लोगों तक पहुंच जाएगा।
जीमेल भी है स्मार्ट कंपोज का फीचर
गूगल ने हाल ही में अपने कई ऐप्स और वर्क स्पेस टूल्स को AI से लैस किया है। AI फीचर्स ने ऐप्स और प्रोडक्ट्स को पहले के मुकाबले काफी ज्यादा उपयोगी बना दिया है और इससे लोगों को प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में मदद मिल रही है। गूगल ने जीमेल में भी हाल ही में I/O 2023 में बार्ड का सपोर्ट दिया है। इसके जरिए यूजर्स बार्ड की मदद से किसी भी विषय पर ईमेल लिखवा सकते हैं।