नासा के पर्सीवरेंस रोवर से मंगल ग्रह पर हुई हैं ये बड़ी खोजें
क्या है खबर?
नासा का पर्सीवरेंस रोवर मंगल ग्रह पर पहुंचने के बाद से ही ग्रह का अध्ययन करके महत्वपूर्ण जानकारियों को पृथ्वी पर भेज रहा है।
मंगल ग्रह का अध्ययन करने के लिए अंतरिक्ष एजेंसी ने पर्सीवरेंस रोवर को 30 जुलाई, 2020 को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से एटलस V-541 रॉकेट की मदद से लॉन्च किया था।
यह रोवर 18 फरवरी, 2021 को सफलतापूर्वक मंगल के जेजेरो क्रेटर पर उतरा, जो एक प्राचीन झील का तल है।
खोज
पर्सीवरेंस रोवर ने किए ये महत्वपूर्ण खोज
प्राचीन जीवन के संकेत: पर्सीवरेंस ने जेजेरो क्रेटर में सूक्ष्मजीवों के जीवन के संभावित संकेतों वाली चट्टानों की खोज की। यह प्राचीन झील की तलछटी में स्थित है, जिससे अरबों साल पहले पानी की उपस्थिति का पता चला।
ऑर्गेनिक पदार्थों की खोज: क्रेटर में कार्बनिक अणु और संरचनाएं मिलीं, जो जीवन की संभावना दर्शाती हैं। कार्बनिक अणु कार्बन-युक्त होते हैं और जैविक या अजैविक प्रक्रियाओं से बने हो सकते हैं। ये खोजें मंगल पर प्राचीन जीवन की जानकारी देती हैं।
जल
पर्सीवरेंस ने खोजा जल की उपस्थिति का प्रमाण
जल की उपस्थिति के प्रमाण: पर्सीवरेंस ने जेजेरो क्रेटर में प्राचीन नदी डेल्टा के प्रमाण पाए, जिससे पता चला कि यह क्षेत्र कभी पानी से भरा था और वहां एक नदी व झील लंबे समय तक मौजूद रही।
सैंपल कलेक्शन: रोवर ने मंगल की सतह से चट्टानों और मिट्टी के नमूने एकत्र किए हैं। ये नमूने भविष्य में पृथ्वी पर लाए जाएंगे, जिससे मंगल के भूवैज्ञानिक इतिहास और जीवन की संभावनाओं का अध्ययन किया जा सकेगा।
जानकारी
यह भी रही उपलब्धि
MOXIE उपकरण ने पर्सीवरेंस रोवर पर मंगल के वातावरण से सफलतापूर्वक ऑक्सीजन बनाई, कार्बन डाइऑक्साइड को विभाजित करके। यह उपलब्धि भविष्य के मानव मिशनों के लिए ईंधन और सांस लेने हेतु ऑक्सीजन की आपूर्ति में एक महत्वपूर्ण सफलता साबित हो सकती है।