आपकी भाषा में दिखेंगे यूट्यूब वीडियो टाइटल्स और डिस्क्रिप्शन, मिलेगा ऑटोमैटिक ट्रांसलेशन फीचर
गूगल के वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर यूजर्स अपनी भाषा में वीडियो ब्राउज कर सकें, इसके लिए जल्द एक नया फीचर मिलने वाला है। ऑटोमैटिक ट्रांसलेशन फीचर के साथ प्लेटफॉर्म पर वीडियो टाइटल्स, डिस्क्रिप्शन और कैप्शंस यूजर्स को स्थानीय भाषा में दिखाए जाएंगे। यूट्यूब पर मिलने वाला नया फीचर गूगल की ट्रांसलेट ऐप की मदद से काम करेगा। नया फीचर जल्द सभी यूजर्स के लिए आ सकता है, हालांकि अभी केवल पुर्तगाली और तुर्की में ट्रांसलेशन देखने को मिले हैं।
कुछ यूजर्स को दिखा ट्रांसलेशन फीचर
एंड्रॉयड पुलिस ने सबसे पहले नए ट्रांसलेशन फीचर की जानकारी दी और बताया कि कुछ यूजर्स को इस यूट्यूब फीचर का फायदा मिल रहा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ यूजर्स को यूट्यूब वीडियो टाइटल्स, डिस्क्रिप्शंस और कैप्शंस अंग्रेजी के बजाय पुर्तगाली और तुर्की भाषा में दिखाए गए। यूट्यूब पर नया फीचर गूगल ट्रांसलेट की मदद से टेक्स्ट को अपने आप ट्रांसलेट कर देता है। फीचर यूट्यूब वेब के अलावा मोबाइल ऐप यूजर्स को भी मिल रहा है।
स्थानीय भाषा में मिलेगी वीडियो की जानकारी
दुनिया की सबसे लोकप्रिय वीडियो शेयरिंग वेबसाइट के तौर पर यूट्यूब का इस्तेमाल अलग-अलग भाषाएं बोलने वाले यूजर्स करते हैं। वीडियोज सर्च करते वक्त अपनी भाषा में वीडियो खोजना आसान नहीं होता और दूसरी भाषा में बनाए गए वीडियोज के टाइटल्स भी यूजर्स को समझ नहीं आते। अपनी जरूरत और पसंद के हिसाब से वीडियोज देख पाना अब यूजर्स के लिए आसान होगा। इसी तरह वीडियो में इस्तेमाल की गई भाषा के लिए सबटाइटल्स का विकल्प मिलता है।
केवल चैनल का नाम और फोटो बदलने का विकल्प
हाल ही में यूट्यूब ने कंटेंट क्रिएटर्स को प्लेटफॉर्म पर उनका नाम और प्रोफाइल फोटो यूट्यूब स्टूडियो की मदद से बदलने का विकल्प दिया है। यूजर्स को पहले अपने गूगल अकाउंट्स का नाम और आइकन बदलना पड़ता था, जबकि अब ऐसी अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। यह फीचर 22 अप्रैल को रोलआउट किए गए सर्वर-साइड अपडेट में दिया गया है। हालांकि, वेरिफाइड बैच वाले क्रिएटर्स को नाम बदलने की स्थिति में फिर से वेरिफिकेशन के लिए अप्लाई करना होगा।
अमेरिका में नया यूट्यूब शॉर्ट्स फीचर
वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म ने भारत में ऐप की सफल टेस्टिंग करने के बाद यूट्यूब शॉर्ट्स का रोलआउट अमेरिका में भी शुरू कर दिया है। यह शॉर्ट क्विक-क्लिप्स फीचर यूट्यूब ऐप में टिक-टॉक की टक्कर में लाया गया है। भारत में टिक-टॉक ऐप पर लगे बैन के बाद आया यह फीचर खूब पसंद किया जा रहा है और शॉर्ट वीडियोज को रोजाना लगभग 6.5 अरब व्यूज मिल रहे हैं। क्रिएटर्स को जल्द शॉर्ट वीडियोज मॉनिटाइज करने का विकल्प मिलने वाला है।