कोविड-19 वैक्सिनेशन हो चुका है तो आरोग्य सेतु ऐप प्रोफाइल में दिखेगा ब्लू टिक
कोरोना वायरस ट्रैकिंग ऐप आरोग्य सेतु में नया फीचर ऐड किया गया है, जो यूजर्स का वैक्सिनेशन स्टेटस दिखाएगा। जिन आरोग्य सेतु ऐप यूजर्स को कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज मिल चुकी हैं और वे पूरी तरह वैक्सिनेटेड हैं, उनके प्रोफाइल्स पर ब्लू टिक दिखाए जाएंगे। ब्लू टिक्स के अलावा ऐप के स्टेटस में इन यूजर्स को होम पेज पर 'यू आर वैक्सिनेटेड' लिखा नजर आएगा। फिलहाल, ऐप की होम स्क्रीन पर यूजर्स को उनका हेल्थ स्टेटस दिखता है।
यूजर्स को ऐप में मिलेगी ब्लूशील्ड
आरोग्य सेतु ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट कर बताया है कि एक बार कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज मिलने के बाद यूजर्स अपना वैक्सिनेशन स्टेटस ऐप में अपडेट कर पाएंगे। अगर आप फुली वैक्सिनेटेड हैं तो आपको दो ब्लू टिक्स और ब्लू शील्ड मिलेगी। ऐसा करने के लिए यूजर्स को आरोग्य सेतु ऐप में जाकर 'अपडेट योर वैक्सिनेशन स्टेटस' विकल्प चुनना होगा। यहां जरूरी डीटेल्स एंटर करने के बाद यूजर्स वैक्सिनेशन स्टेटस अपडेट कर पाएंगे।
ट्विटर पर दी जानकारी
ऐप लोगो पर दिखेंगे दो ब्लू टिक
वैक्सिनेशन स्टेटस अपडेट करने के बाद यूजर्स को ऐप के लोगो पर दो ब्लू टिक्स दिखेंगे। इसके अलावा हेल्थ स्टेटस की जगह ब्लू-कलर का बैनर दिखेगा, जो बताएगा कि यूजर का वैक्सिनेशन हो चुका है। नए फीचर के साथ गवर्मेंट अथॉरिटीज उन यूजर्स में फर्क कर पाएंगी, जिनका वैक्सिनेशन हो चुका है। बाद में सिस्टम वैक्सिनेटेड लोगों के लिए अडिशनल इन्फॉर्मेशन इस फीचर के साथ आरोग्य सेतु ऐप में ला सकता है।
ऐप में वैक्सिनेशन के लिए करें रजिस्टर
आरोग्य सेतु ऐप के कोविन सेक्शन में जाकर आप कोविड-19 वैक्सिनेशन स्लॉट बुक कर सकते हैं। कोविन सेक्शन में जाने के बाद यूजर्स को उनके फोन नंबर के साथ रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद अपना पिन कोड डालने के बाद यूजर्स नजदीकी वैक्सिनेशन सेंटर्स में से चुन पाएंगे। उपलब्ध स्लॉट्स में अपना पसंदीदा वक्त चुनने के बाद आप रजिस्ट्रेशन कर पाएंगे। आरोग्य सेतु ऐप के अलावा कोविन ऐप और वेबसाइट से रजिस्ट्रेशन का विकल्प मिलता है।
कोविड-19 ऐप्स से जुड़े साइबर क्राइम बढ़े
भारतीय साइबर सिक्योरिटी एजेंसी CERT-In ने चेतावनी जारी कर कहा है कि कुछ लोग फिशिंग के जरिये संकट के इस समय का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। एडवाइजरी में कहा गया है, "आरोग्य सेतु पर फिशिंग अटैक की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। स्कैमर्स किसी कंपनी के HR, CEO या कोई अधिकारी बन लोगों के पास मैसेज भेजकर उन्हें निशाना बना रहे हैं।" इन फेक मेसेजेस पर भरोसा ना करने और आधिकारिक ऐप ही इस्तेमाल करें।