#NewsBytesExplainer: ऐपल आईफोन प्रोफेशनल कैमरों को देते हैं टक्कर, यहां तक पहुंचने में लगे 16 साल
स्मार्टफोन की दुनिया में ऐपल के आईफोन की अपनी अलग जगह है। आईफोन अपने अलग ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) के साथ ही बेहतरीन लुक, डिजाइन और फीचर्स के लिए जाना जाता है। आज की तारीख में आईफोन अपने खास प्रोसेसर के अलावा बेहतरीन कैमरा के लिए भी पहचाने जाते हैं। इनसे प्रोफेशनल-क्वालिटी के वीडियो शूट किए जाते हैं। आईफोन के कैमरे की क्वालिटी साल-दर-साल बेहतरीन होकर यहां तक पहुंची है। जान लेते हैं कब-कब इसके कैमरे में क्या बदलाव हुए।
आईफोन 2G (2007) और आईफोन 3G (2008)
ऐपल के फाउंडर स्टीव जॉब्स ने 2007 में पहला आईफोन पेश किया था। इस फोन ने स्मार्टफोन बाजार बदल दिया और दिखाया कि फोन का कैमरा कैसा होना चाहिए। इसमें 2-मेगापिक्सल का जूम और फ्लैश फीचर वाला कैमरा दिया गया था। ऐपल के फोन के जरिए लोगों की जेब में कैमरा पहुंच गया। 2008 में पेश किए गए आईफोन 3G में जियोटैगिंग फीचर जोड़ा गया। इससे यूजर फोटो में ये टैग कर सकते थे कि फोटो कहां खींची गई है।
आईफोन 3GS (2009)
ऐपल ने 2009 में आईफोन 3GS लॉन्च किया और इसमें कंपनी ने उन सभी चीजों को दूर करने का प्रयास किया, जिन कमियों के बारे में यूजर्स शिकायत कर रहे थे। 3GS में ऐपल ने ऑटो फोकस और ऑटो व्हाइट बैलेंस के साथ 3-मेगापिक्सल का कैमरा दिया। इसमें टैप टू फोकस फीचर दिया गया था। इसके जरिए यूजर्स फोटो खींचते समय खास हिस्से पर फोकस कर पाते थे। ये पहला आईफोन था, जिसमें वीडियो रिकॉर्डिंग भी दी गई थी।
आईफोन 4 (2010)
आईफोन 4 ऐसा स्मार्टफोन था, जिसकी खूब डिमांड हुई। इस फोन ने ऐपल को काफी ज्यादा पहचान दिलाई। आईफोन 4 के डिजाइन और बिल्ड क्वालिटी के साथ ही इसके कैमरे की खूब प्रशंसा हुई। यह पहला फोन था, जिसमें सेल्फी के लिए भी कैमरा दिया गया था। इसमें 5 मेगापिक्सल का बैक और फ्रंट फेसिंग कैमरा मिलता था। इसका रियर कैमरा HD वीडियो शूट और एडिट करने में सक्षम था।
आईफोन 4s (2011)
ऐपल ने 4s मॉडल के साथ अपना ध्यान नॉर्मल कैमरे को आईफोन के कैमरे से रिप्लेस करने पर बढ़ा दिया। इसमें 8-मेगापिक्सल का कैमरा था और इसके लेंस के अपर्चर को बढ़ाकर f/2.4 कर दिया। कंपनी ने अपना डिजाइन किया हुआ इमेज सिग्नल प्रोसेसर (ISP) A5 भी इस फोन में दिया। इससे फेस डिटेक्शन और तेज स्पीड में फोटो खींचने में मदद मिली। इससे नाइट फोटो शूट क्वालिटी भी सुधर गई और यह 1080 पिक्सल फोटो खींचने में सक्षम था।
आईफोन 5 (2012) और 5s (2013)
आईफोन 4s की तुलना में आईफोन 5 के कैमरे में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला। हालांकि, 2013 में लॉन्च हुए आईफोन 5s में ऐपल ने बड़ा बदलाव किया। इसके 8-मेगापिक्सल कैमरे की पिक्सल और अपर्चर क्वालिटी में सुधार किया गया। यह वही दौर था, जिस समय बाजार में स्मार्टफोन कंपनियों के बीच ज्यादा मेगापिक्सल वाले कैमरों को लेकर कड़ा मुकाबला था। इस फोन में सॉफ्टवेयर के जरिए डिजिटल तरीके से फोटोग्राफ को बेहतर बनाया जाने लगा था।
आईफोन 6, आईफोन 6 प्लस (2014) और आईफोन 6s, 6s प्लस (2015)
ऐपल ने 2014 में 2 फोन लॉन्च किए। इसके साथ ऐपल ने पहली बार 2 अलग-अलग स्क्रीन साइज वाले फोन लॉन्च करने की स्ट्रैटिजी अपनाई। इसमें स्टैंडर्ड मॉडल था और दूसरा बड़ी स्क्रीन साइज वाला मॉडल। बड़ी स्क्रीन साइज वाले आईफोन 6 प्लस में ऐपल ने ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन के साथ एडवांस कैमरा दिया। आईफोन 6s और 6s प्लस में 12-मेगापिक्सल कैमरा दिया गया और इन दोनों फोन में ऐपल ने लाइव फोटो नाम का फीचर दिया था।
आईफोन SE (2016)
वर्ष 2016 में ऐपल ने आईफोन लॉन्च किया। इसके बारे में कहा जाता है कि कंपनी ने आईफोन 5s की बॉडी में आईफोन 6s वाले फीचर दिए। इसमें 4K वीडियो शूट करने की क्षमता वाला 12-मेगापिक्सल कैमरा दिया गया।
आईफोन 7 और आईफोन 7 प्लस (2016)
ऐपल ने आईफोन 7 और 7 प्लस स्मार्टफोन में फोटोग्राफी पर जोर दिया। बड़े साइज वाले 7 प्लस में एडवांस ड्युअल-कैमरा सिस्टम दिया गया और दोनों लेंस की अलग खासियत थी। एक लेंस वाइड ऐंगल फोटो के लिए था और दूसरा फोकल लेंथ के लिए था। ये 2X ऑप्टिकल जूम और बोकेह पोट्रेट मोड के साथ आता था। ऐपल के आईफोन 7 प्लस को अच्छा रिव्यू मिला और कई लोगों ने इसे उस साल का सबसे बेस्ट कैमरा स्मार्टफोन बताया।
आईफोन 8 और आईफोन 8 प्लस और आईफोन X (2017)
ऐपल ने आईफोन 8 सीरीज में 12 मेगापिक्सल सेंसर के साथ ही इमेज को और बेहतरी बनाने के लिए नया हार्डवेयर भी दिया। आईफोन X में रियर के दोनों लेंस (वाइड ऐंगल और टेलीफोटो) में ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन (OIS) दिया गया था। अब कैमरा की फोटो और वीडियो हिलने के दौरान और कम रोशनी में भी बढ़िया फोटो-वीडियो शूट करने में सक्षम था। इसमें बेहतर फोटो वीडियो के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एल्गोरिदम का भी इस्तेमाल होने लगा था।
आईफोन XS, XS मैक्स और XR (2018)
आईफोन XS और XS मैक्स में ऐपल ने 30 प्रतिशत बड़े साइज वाले कैमरा सेंसर का इस्तेमाल किया और A12 चिप में ISP को भी अपग्रेड कर दिया। इससे लो-लाइट फोटोग्राफी में भी सुधार हुआ।
आईफोन 11 सीरीज (2019) और आईफोन 12 सीरीज (2020)
आईफोन 11 सीरीज से कंपनी ने पहली बार प्रो मॉडल की शुरुआत की। इनमें 3 कैमरे वाला सेटअप दिया गया। इसमें एक सेंसर अल्ट्रा वाइड लेंस था। आईफोन 11 प्रो की तस्वीरें प्रोफेशनल कैमरे के तस्वीर जैसी दिखती थीं। ऐपल के 12 सीरीज के आईफोन में अल्ट्रा वाइड एंगल और वाइड एंगल लेंस दिया गया। हालांकि, आईफोन 12 प्रो में टेलीफोटो लेंस और लिडार सेंसर दिया गया था, जिसेस यह पोट्रेट मोड में डेप्थ को अच्छे से कैप्चर करता था।
आईफोन 13 सीरीज (2021) और आईफोन 14 (2022)
आईफोन 13 सीरीज में ऐपल ने एक बार फिर कैमरे पर जोर दिया। आईफोन 13 प्रो और 13 प्रो मैक्स में कंपनी ने f/2.8 अपर्चर वाला सेंसर, 3x ऑप्टिकल जूम और 15x डिजिटल जूम फीचर दिया। आईफोन 13 प्रो में बेहतर एडिटिंग के लिए प्रोरेज और प्रोरॉ फाइल फॉर्मेट दिया गया। आईफोन 14 सीरीज के कैमरे में बड़ा बदलाव नहीं किया गया। आईफोन 14 प्रो के मेन कैमरा सेंसर को पुराने सेंसर के मुकाबले 65 प्रतिशत बड़ा कर दिया गया।