
ऐपल का भारत में अपना पहला रिटेल स्टोर मुंबई में होगा, ऐसा दिखेगा लुक
क्या है खबर?
वर्षों के इंतजार के बाद ऐपल ने बुधवार को भारत में अपने बहुप्रतीक्षित रिटेल स्टोर से पर्दा हटा दिया।
रिटेल स्टोर के जरिए ऐपल केंद्र सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देगी।
ऐपल ने साफ कर दिया कि मुंबई में जियो वर्ल्ड ड्राइव मॉल में वह भारत का अपना पहला ब्रिक-एंड-मोर्टार स्टोर खोलेगी।
ऐपल स्टोर की दीवारों पर मुंबई की प्रतिष्ठित काली पीली टैक्सी की कला से प्रेरित पेंटिंग्स होंगी।
ऐपल
इस महीने खुल जाएगा ऐपल का रिटेल स्टोर
ऐपल BKC (बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स) में कई ऐपल प्रोडक्ट्स और सेवाओं को भी उकेरा जाएगा।
स्टोर के क्रिएटिव में क्लासिक ऐपल ग्रीटिंग "हेलो मुंबई" के साथ ग्राहकों का स्वागत होगा।
कंपनी ने कहा कि नए स्टोर को देखने आने वाले लोग ऐपल BKC वॉलपेपर डाउनलोड कर सकते हैं और ऐपल म्यूजिक पर विशेष रूप से क्यूरेटेड प्लेलिस्ट के साथ मुंबई की आवाज सुन सकते हैं।
इस महीने ऐपल का रिटेल स्टोर पूरी तरह से खुलने के लिए तैयार है।
रिटेल
मुंबई के बाद दिल्ली में भी एक रिटेल स्टोर खोलेगी ऐपल
मुंबई के रिटेल स्टोर के बाद ऐपल दिल्ली में भी एक रिटेल स्टोर खोलेगी।
ऐपल ने भारतीय स्मार्टफोन बाजार में अपना अभी तक का सबसे ज्यादा रेवेन्यू प्राप्त किया है।
ऐपल ने 2022 की चौथी तिमाही में भारत में लगभग 20 लाख आईफोन बेचे और अपने प्रमुख डिवाइस के लिए 18 प्रतिशत की तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि दर्ज की है।
11 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि के साथ 2022 में आईफोन की भारत की बाजार हिस्सेदारी 5.5 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
टिम कुक
ऐपल का 'मेड इन इंडिया' स्मार्टफोन के निर्यात के 25 प्रतिशत बाजार पर कब्जा
ऐपल के CEO टिम कुक ने हाल ही में कहा था कि भारत में हमने एक त्रैमासिक रेवेन्यू रिकॉर्ड स्थापित किया है। कुक ने फरवरी में कहा था कि भारत हमारे लिए एक रोमांचक बाजार है और इस पर हमारा प्रमुख फोकस है।
वर्ष 2020 में ऐपल भारत में ऑनलाइन स्टोर लेकर आई थी।
हाल में आई एक नई रिपोर्ट बताती है कि ऐपल का 'मेड इन इंडिया' स्मार्टफोन निर्यात के 25 प्रतिशत बाजार पर कब्जा है।
चीन
भारत में कारोबार बढ़ाने की अन्य वजह
ऐपल हर साल हजारों करोड़ रुपये के आईफोन बेचती है। इनमें काफी मात्रा में आईफोन चीन में बनते हैं। ऐपल अब चीन पर अपनी निर्भरता कम करना चाहती है। ऐपल के इस फैसले का बड़ा कारण अमेरिका-चीन के बीच रणनीतिक तनाव और अमेरिकी व्यापार नियम भी है।
दूसरी बात कोरोना में चीन के नियमों के चलते भी ऐपल को काफी नुकसान उठाना पड़ा। ये वजह भी है कि ऐपल भारत और वियतनाम जैसे देशों की तरफ रुख कर रही है।