NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / राजनीति की खबरें / #NewsBytesExplainer: बिहार में करोड़ों का ठेका JDU सांसद के परिजनों को देने पर क्या विवाद है? 
    अगली खबर
    #NewsBytesExplainer: बिहार में करोड़ों का ठेका JDU सांसद के परिजनों को देने पर क्या विवाद है? 
    बिहार में एम्बुलेंस चलाने का ठेका JDU सांसद चंद्रेश्वर प्रसाद के परिजनों को दिया गया है

    #NewsBytesExplainer: बिहार में करोड़ों का ठेका JDU सांसद के परिजनों को देने पर क्या विवाद है? 

    लेखन सकुल गर्ग
    Jun 19, 2023
    07:06 pm

    क्या है खबर?

    बिहार में आपाताकालीन सेवा के तहत चलने वालीं हजारों एम्बुलेंस के करोड़ों के ठेके को लेकर विवाद छिड़ गया है।

    एम्बुलेंस चलाने का ठेका जिस कंपनी को दिया गया है, वह राज्य में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (JDU) के सांसद चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के करीबी परिजनों की है।

    भाजपा ने ठेका देने में पक्षपात और अनियमतता का आरोप लगाते हुए इसे रद्द करने की मांग की है।

    आइए जानते हैं कि यह पूरा मामला क्या है।

    मामला 

    कैसे हुई मामले की शुरुआत?

    बिहार सरकार ने पिछले महीने राष्ट्रीय आपातकालीन सेवा 'डायल 102' के तहत चलने वालीं 2,125 एम्बुलेंस का करीब 1,600 करोड़ रुपये का ठेका पटना स्थित पशुपतिनाथ डिस्ट्रीब्यूटर्स प्राइवेट लिमिटेड (PDPL) को दिया था।

    यह कंपनी जहानाबाद लोकसभा सीट से JDU सांसद चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के परिजनों की है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इस एजेंसी में चंद्रवंशी के बेटे सुनील कुमार, बहु नेहा रानी और साले योगेश प्रसाद निराला समेत कई अन्य रिश्तेदार निदेशक पद पर हैं।

    नियम 

    सरकार पर क्या आरोप?

    इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने एम्बुलेंस का ठेका देने के लिए नियमों में बदलाव किया।

    नियमों के अनुसार, ठेका लेने के लिए किसी भी कंपनी के पास पिछले 3 वर्षों के दौरान 50 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस समेत कुल 750 एंबुलेंस को चलाने का अनुभव होना चाहिए। इसके अलावा कंपनी के पास 75 सीटों का कॉल सेंटर होना चाहिए।

    हालांकि, PDPL के पास बिहार में अकेले एंबुलेंस संचालन करने का कोई अनुभव नहीं है।

    कंपनी 

    कंपनी को लगातार दूसरी बार मिला है ठेका

    PDPL को एंबुलेंस चलाने के लिए लगातार दूसरी बार ठेका मिला है। 2017 में PDPL और सम्मान फाउंडेशन को संयुक्त रूप से करीब 650 एम्बुलेंस चलाने के लिए 400 करोड़ रुपये का ठेका मिला था।

    हालांकि, इस बार PDPL ने एकल रूप से यह ठेका हासिल किया है, जबकि उसे अकेले एम्बुलेंस चलाने का अनुभव नहीं है

    सम्मान फाउंडेशन ने इस बार मुंबई की बीवीजी इंडिया लिमिटेड और अन्य 2 कंपनियों के साथ मिलकर बोली लगाई थी।

    मामला 

    सबसे पहले RJD विधायकों ने उठाया था मुद्दा

    राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के 3 विधायकों ने पिछले साल जुलाई में ठेके की प्रक्रिया को लेकर तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था कि ठेके की बोली के दस्तावेज लीक हो गए थे, इसलिए दोबारा से बोली लगाई जानी चाहिए।

    अगस्त, 2022 को नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ नाता तोड़ लिया था और RJD के साथ मिलकर सरकार बना ली थी, जिसके बाद RJD ने दोबारा मामला नहीं उठाया।

    मामला 

    क्या मामले में कोई कानूनी कार्रवाई हुई है?

    PDPL के 2 प्रतिद्वंदियों ने पिछले साल दिसंबर में ठेके की प्रक्रिया में पक्षपात के खिलाफ पटना हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। हाई कोर्ट ने ठेके में कथित तौर पर पाई गईं गड़बड़ियों का संज्ञान लेते हुए इस पर रोक लगा दी थी और स्वास्थ्य समिति से जवाब मांगा था।

    हालांकि, इस साल अप्रैल में कोर्ट ने ठेके की प्रक्रिया पर लगी रोक को हटा दिया, जिसके बाद प्रक्रिया दोबारा शुरू हुई और PDPL को ठेका मिल गया।

    बयान 

    सांसद ने मामले को लेकर क्या कहा? 

    सांसद चंद्रवंशी ने पक्षपात के आरोपों के बीच लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए उनके रिश्तेदारों को ठेका मिलने पर कहा, "हम सभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जानते हैं, वह किसी का पक्ष नहीं लेते हैं।"

    उन्होंने कहा, "PDPL एक स्थापित कंपनी है, जो पेट्रोलियम, शराब व्यापार और परिवहन व्यवसाय में रह चुकी है और 'डायल 102' एम्बुलेंस के लिए ठेका योग्यता के आधार पर दिया गया है। अब हम एम्बुलेंस सेवा में स्थापित हैं।"

    आरोप 

    विपक्षी पार्टी भाजपा का क्या कहना है?

    भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मामले को लेकर कहा, "जिस कंपनी को ठेका दिया गया है, उसमें कई गड़बड़ियां पाई गई हैं। जिस तरह से यह फैसला लिया गया है, वह गर्भवती महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।"

    उन्होंने कहा, "भाजपा इस मामले की ईमानदार जांच की उम्मीद करती है। जब तक यह स्पष्ट नहीं हो जाता, तब तक उसका ठेका रद्द किया जाना चाहिए।"

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    बिहार
    जनता दल यूनाइटेड
    बिहार की राजनीति
    #NewsBytesExplainer

    ताज़ा खबरें

    पूर्वोत्तर राज्यों में झमाझम बरसेंगे मेघ, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट  गर्मी की लहर
    LPG सिलेंडर के दाम घटे, म्यूचुअल फंड-UPI के नियम बदले; आज से हुए ये बदलाव LPG की कीमतें
    इंटर मिलान को हराकर पहली बार चैंपियन्स लीग विजेता बनी पेरिस सेंट-जर्मेन, बनाए ये रिकॉर्ड्स  चैंपियन्स लीग
    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल

    बिहार

    जिलाधिकारी की हत्या के दोषी डॉन आनंद मोहन कौन हैं, जिनकी रिहाई पर हो रहा विवाद? बिहार की राजनीति
    रिहाई पर विवाद: डॉन आनंद मोहन ने बिलकिस बानो मामले के जरिए किया भाजपा पर कटाक्ष  बिहार की राजनीति
    बिहार: कक्षा 10 की कंपार्टमेंट परीक्षा का टाइम टेबल जारी, 10 मई से शुरू होंगी परीक्षाएं बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड
    बिहार: जिलाधिकारी की हत्या करने वाले डॉन आनंद मोहन सिंह जेल से रिहा बिहार की सरकार

    जनता दल यूनाइटेड

    बिहार: सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं नीतीश कुमार- रिपोर्ट बिहार
    बिहार: नवनिर्वाचित विधायकों में से 68 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले, 81 फीसदी करोड़पति बिहार
    बिहार: रविवार दोपहर NDA की अहम बैठक, मुख्यमंत्री के नाम का हो सकता है फैसला नीतीश कुमार
    बिहार: NDA विधायक दल के नेता चुने गए नीतीश कुमार, लगातार चौथी बार बनेंगे मुख्यमंत्री बिहार

    बिहार की राजनीति

    बिहार सरकार का विवादित आदेश- प्रदर्शन और सड़क जाम करने वालों को नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी बिहार
    बिहार: उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के नीतीश की JDU में विलय से किसे क्या फायदा होगा? नीतीश कुमार
    तख्तापलट के बाद पार्टी के सारे शीर्ष पद गंवा सकते हैं चिराग पासवान लोक जनशक्ति पार्टी
    25 साल बाद लालू के साथ आए शरद यादव, अपनी पार्टी का RJD में विलय किया लालू प्रसाद यादव

    #NewsBytesExplainer

    #NewsBytesExplainer: कर्मचारियों की कमी या रखरखाव में लापरवाही, क्यों बेपटरी होती हैं भारतीय ट्रेनें? भारतीय रेलवे
    #NewsBytesExplainer: मल्टीप्लेक्स नहीं, खुद फिल्म निर्माताओं ने बर्बाद किए सिंगलस्क्रीन सिनेमाघर? बॉलीवुड समाचार
    #NewsBytesExplainer: मुख्तार अंसारी का राजनीतिक और आपराधिक इतिहास और उसे किस मामले में हुई उम्रकैद? मुख्तार अंसारी
    #NewsBytesExplainer: मणिपुर हिंसा की जांच करने जा रही समिति में कौन-कौन है? मणिपुर
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025