NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    नरेंद्र मोदी
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExclusive
    #NewsBytesExplainer
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / ऐपल का ऐप ट्रैकिंग फीचर काफी नहीं, अब भी डाटा जुटा रही हैं आईफोन ऐप्स- रिपोर्ट
    ऐपल का ऐप ट्रैकिंग फीचर काफी नहीं, अब भी डाटा जुटा रही हैं आईफोन ऐप्स- रिपोर्ट
    टेक्नोलॉजी

    ऐपल का ऐप ट्रैकिंग फीचर काफी नहीं, अब भी डाटा जुटा रही हैं आईफोन ऐप्स- रिपोर्ट

    लेखन प्राणेश तिवारी
    December 14, 2021 | 08:51 pm 1 मिनट में पढ़ें
    ऐपल का ऐप ट्रैकिंग फीचर काफी नहीं, अब भी डाटा जुटा रही हैं आईफोन ऐप्स- रिपोर्ट
    आईफोन यूजर्स का डाटा उनसे अनुमति ना मिलने पर भी जुटाया जा रहा है।

    कैलिफोर्निया की टेक कंपनी ऐपल ने इस साल की शुरुआत में iOS 14.5 अपडेट के साथ ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपैरेंसी फीचर दिया था। कंपनी ने दावा किया था कि इसके साथ यूजर्स को बेहतर प्राइवेसी मिलेगी और ऐप्स को ट्रैकिंग से पहले अनुमति लेनी होगी। इस फीचर के साथ थर्ड-पार्टी ऐप्स को यूजर का डाटा जुटाने से रोका जाता लेकिन नई रिपोर्ट की मानें तो ऐप्स अब भी आईफोन यूजर्स का डाटा इस्तेमाल कर रही हैं।

    अब भी डाटा जुटा रही हैं ढेरों बड़ी ऐप्स

    नई रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि ढेरों बड़ी ऐप्स यूजर्स की ओर से अनुमति ना मिलने के बावजूद आईफोन्स से उनका डाटा जुटा रही हैं। इसमें स्नैप और फेसबुक (मेटा) जैसी कंपनियों के डाटा जुटाने से जुड़े तरीकों का जिक्र किया गया है। ये ऐप्स बेशक यूजर्स से ट्रैक करने की अनुमति लेती हैं लेकिन अनुमति ना मिलने पर ऐसा करने के लिए नए तरीके आजमाती हैं।

    यूजर की पहचान छुपाकर डाटा कलेक्शन

    डाटा कलेक्शन का नया तरीका यूजर के बजाय उसके डिवाइस पर फोकस करता है। ऐप्स इसके लिए सीधे यूजर का डाटा ना जुटाकर उसकी पहचान छुपा लेती हैं और डिवाइस से डाटा जुटाया जाता है। ऐसा डिवाइस से मिलने वाले डाटा को लगातार एनालाइज कर किया जाता है। सवाल अब भी बरकरार है कि आईफोन यूजर्स की ओर से ट्रैकिंग की अनुमति ना दिए जाने के बावजूद भी ऐप्स ऐसा क्यों कर रही हैं।

    सर्च इंजन कंपनी भी इस्तेमाल करती है ऐसा तरीका

    सर्च इंजन कंपनी गूगल के FLoC प्रोग्राम में भी इससे मिलता-जुलता तरीका डाटा जुटाने के लिए इस्तेमाल किया जा चुका है। इस गूगल प्रोग्राम का मकसद ब्राउजर कुकीज का विकल्प बनना था और यह 'एक जैसी पसंद वाले यूजर्स के बड़े समूह' पर फोकस करता था। इस तरह FLoC के साथ अलग-अलग यूजर्स का डाटा बिना उनकी पहचान जाने, एक ग्रुप की तरह जुटाया गया था। आईफोन्स ऐप्स भी नया फीचर आने के बाद ऐसा ही कर रही हैं।

    यूजर्स का डाटा ऐप्स से सुरक्षित नहीं

    प्राइवेसी से जुड़ा ट्रांसपैरेंसी फीचर iOS में शामिल करते वक्त ऐपल को खासकर फेसबुक (तब मेटा) के विरोध का सामना करना पड़ा था। ऐप्स और कंपनियों का कहना था कि नए फीचर के चलते वे टारगेटेड ऐड नहीं दिखा पाएंगे। फीचर के बावजूद डाटा जुटाने के तरीके ऐप्स के पास होना दिखाता है कि ऐपल अपने वादे पर खरी नहीं उतरी है। दूसरी संभावना यह है कि ऐप्स ने मौजूदा फीचर की कमियों का फायदा उठाना सीख लिया है।

    क्या झूठा है ऐप्स की ट्रैकिंग से बचाने का दावा?

    ऐपल का नया फीचर ट्रैकिंग से पहले मोबाइल ऐप्स से यूजर्स की अनुमति लेने को कहता है। यानी कि डाटा जुटाने और इस्तेमाल करने से पहले यूजर को पता होना चाहिए। इनकार करने पर यूजर का पर्सनल डाटा ट्रैक नहीं किया जाता, हालांकि ऐप्स की फंक्शनैलिटी से जुड़ी जरूरी अनुमति उसे फिर भी मिल जाती है। ऐप बाकी डिवाइस डाटा का इस्तेमाल यूजर को समझने और ऐड दिखाने के लिए कर सकती है।

    पूरी तरह प्राइवेसी नहीं देता कोई फीचर

    इंटरनेट की दुनिया में पूरी तरह प्राइवेसी मिलना लगभग नामुमकिन है और ऐप्स से लेकर वेबसाइट्स तक यूजर्स को ट्रैक करती हैं। हालांकि, ऐसा उसे ऐड दिखाने के लिए किया जाता है और यह ऐप्स या वेबसाइट्स के लिए कमाई का सबसे बड़ा तरीका भी है। आसान भाषा में समझें तो जिन ऐप्स या वेबसाइट्स की सेवाओं के लिए आप भुगतान नहीं करते, वे आपका डाटा बदले में लेकर सेवाएं देती हैं।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    आईफोन
    iOS
    ऐपल
    मोबाइल ऐप्स

    आईफोन

    मार्च तक सस्ता आईफोन SE 3 ला सकती है ऐपल, अब तक सामने आईं ये बातें ऐपल
    बच्चों को फोन में नहीं दिखेंगी भद्दी तस्वीरें, iOS अपडेट में न्यूडिटी डिटेक्शन लाई ऐपल iOS
    10 साल में पहली बार ऐपल ने रोका आईफोन और आईपैड का प्रोडक्शन; क्या है वजह? आईपैड
    आईफोन SE 5G से मिक्स्ड रिएलिटी हेडसेट तक, 2022 में ये डिवाइसेज लाएगी ऐपल आईपैड

    iOS

    एंड्रॉयड फोन में इमोजी की तरह दिखेंगे i-मेसेज रिऐक्शंस, गूगल मेसेजेस को अपडेट एंड्रॉयड
    कहीं फेक तो नहीं है आपका आईफोन? यह है पता लगाने का आसान तरीका आईफोन
    क्लबहाउस ऐप में आया ऑटो लाइव कैप्शंस फीचर, सुनने के अलावा पढ़ भी सकेंगे बातें सोशल मीडिया
    आईफोन 13 प्रो मॉडल्स में मिला नया कैमरा फीचर, ऐप में दिखा मैक्रो टॉगल आईफोन

    ऐपल

    स्मार्ट होम प्रोडक्ट्स के बाद स्मार्ट कार बनाने को तैयार शाओमी का 'स्मार्ट Mi' ब्रैंड शाओमी
    इलेक्ट्रिक कार पर काम कर रही है ऐपल, ऐसा हो सकता है 'i-कार' का डिजाइन कार
    कार चोरी करने के लिए ऐपल एयरटैग्स का इस्तेमाल, अपने वाहन को ऐसे रखें सुरक्षित कार
    ऐपल ने की 2021 ऐप स्टोर अवॉर्ड विजेताओं की घोषणा, इन ऐप्स-गेम्स को मिले अवॉर्ड्स आईफोन

    मोबाइल ऐप्स

    कुछ वक्त के लिए छुपाना चाहते हैं कोई इंस्टाग्राम पोस्ट? ऐसे कर सकते हैं आर्काइव फेसबुक
    गूगल फोटोज में आए नए फीचर्स, सिनेमैटिक मोड से लेकर पीपुल एंड पेट्स विजेट्स शामिल एंड्रॉयड
    टेलीग्राम ऐप को मिला अपडेट, आए कंटेंट प्रोटेक्शन और डिलीट बाय डेट जैसे नए फीचर्स व्हाट्सऐप
    अपने कंप्यूटर पर व्हाट्सऐप चलाना चाहते हैं तो जानिए आसान तरीके व्हाट्सऐप
    अगली खबर

    टेक्नोलॉजी की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    Science Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023