क्या आईफोन यूजर्स की बातें सुनती है सीरी? जज ने प्राइवेसी लॉसूट को दिखाई 'हरी झंडी'
क्या है खबर?
ऐपल की वॉइस असिस्टेंट सीरी यूजर्स की पर्सनल बातें सुनती है या नहीं, इसे लेकर कई तरह के कयास लगते रहते हैं।
अब सीरी पर यूजर्स की प्राइवेसी को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है और कंपनी के खिलाफ लॉसूट फाइल किया गया है।
ऐपल के खिलाफ इस सप्ताह फेडरल जज की ओर से सुनाए गए फैसले के बाद कार्रवाई की जा सकती है।
जज ने टेक कंपनी के खिलाफ फाइल किए गए लॉसूट को 'हरी झंडी' दिखाई है।
आरोप
सीरी वॉइस असिस्टेंट पर लगे ये आरोप
ऐपल की वॉइस असिस्टेंट पर यूजर्स की प्राइवेसी का उल्लंघन करने का आरोप लगा है और कहा गया है कि गलती से ऐक्टिवेट होने पर यह यूजर्स की प्राइवेट बातें सुन सकती है।
आरोप है कि सीरी असिस्टेंट ना सिर्फ आईफोन यूजर्स की बातें सुनती है, बल्कि उन्हें एडवर्टाइजर्स और थर्ड-पार्टीज के साथ शेयर भी करती है।
अमेरिका के डिस्ट्रिक्ट जज जेफरी वाइट कहा कि लॉसूट फाइल करने वाले पक्ष को उनके दावे सही साबित करने का मौका दिया जाएगा।
शिकायतें
ऐपल यूजर्स भी करते रहे हैं शिकायत
कई ऐपल यूजर्स भी शिकायत करते रहे हैं कि वॉइस असिस्टेंट सीरी की-ऐक्टिवेशन फ्रेज 'हे सीरी' ना बोलने पर भी उनकी प्राइवेट बातें रिकॉर्ड करती है।
कई यूजर्स का कहना है कि बिना ऐक्टिवेट किए सीरी असिस्टेंट ने उनकी बातें सुनीं और जिस बारे में उन्होंने बात की थी, उससे जुड़े टारगेटेड ऐड उन्हें दिखने लगे।
रॉयटर्स के मुताबिक, एयर जॉर्डन स्नीकर्स के बारे में बात कर रहे आईफोन यूजर्स को प्रोडक्ट से जुड़े ऐड दिखने लगे।
चिंता
बढ़ रहा है वॉइस पावर्ड डिवाइसेज का इस्तेमाल
अगर वॉइस असिस्टेंट सेवाएं यूजर्स की बातें रिकॉर्ड कर रही हैं तो यह चिंता बढ़ाने वाली बात है क्योंकि डिजिटल वर्ल्ड में स्मार्ट असिस्टेंट्स और वॉइस पावर्ड डिवाइसेज तेजी से बढ़ रहे हैं।
ऐपल के खिलाफ फाइल किए गए लॉसूट से पहले ऐसे ही आरोप गूगल के वॉइस असिस्टेंट पर लगे थे, जिनकी जांच का आदेश कोर्ट की ओर से दिया गया है।
अमेजन अलेक्सा वॉइस असिस्टेंट भी सवालों के घेरे में आ चुकी है।
सफाई
ऐपल CEO से पहले भी किया गया था सवाल
जुलाई, 2018 में CEO टिम कुक को भेजे गए एक लेटर में लॉ-मेकर्स ने पूछा था कि क्या आईफोन यूजर्स का 'नॉन-ट्रिगर्ड' ऑडियो डाटा जुटा सकते हैं।
लेटर में कहा गया था कि डिवाइस ऐक्टिवेशन फ्रेज 'हे सीरी' सुनने के लिए ऐसा कर सकते हैं।
जवाब में ऐपल ने कहा था कि वेकअप कमांड सुनने के लिए डिवाइस को ऑडियो रिकॉर्ड करने की जरूरत नहीं होती।
उन्होंने साफ किया था कि सीरी यूजर्स की बातें ऐपल के पास नहीं भेजती।
प्राइवेसी
यूजर्स प्राइवेसी पर जोर देती रही है ऐपल
प्रीमियम टेक कंपनी यूजर्स की प्राइवेसी पर खासा जोर देती रही है और इससे जुड़े कई फीचर्स लेकर आई है।
iOS में दिए गए नए प्राइवेसी इंडिकेटर्स फीचर के साथ जब भी कोई ऐप माइक्रोफोन या कैमरा इस्तेमाल करती है, यूजर्स को टॉप राइट कॉर्नर में डॉट्स दिखाकर जानकारी दी जाती है।
गूगल भी ऐसा ही फीचर एंड्रॉयड 12 में देने जा रही है, जिससे यूजर्स को पता रहे कि उनके डिवाइस का माइक्रोफोन कब काम कर रहा है।