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ऐपल ने लाइटनिंग पोर्ट हटाकर दिया USB टाइप-C, ग्राहकों को होंगे ये फायदे 
ऐपल ने आईफोन 15 से लाइटनिंग पोर्ट हटाकर टाइप-C पोर्ट दे दिया

ऐपल ने लाइटनिंग पोर्ट हटाकर दिया USB टाइप-C, ग्राहकों को होंगे ये फायदे 

लेखन रजनीश
Sep 13, 2023
08:00 pm

क्या है खबर?

ऐपल ने आईफोन 15 सीरीज के साथ अपने लाइटनिंग कनेक्टर को हटा दिया है और उसकी जगह सभी नए मॉडल में टाइप-C चार्जिंग पोर्ट दिया है। एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स पहले से ही टाइप-C चार्जिंग पोर्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐपल ने अपने एयरपॉड प्रो के सेकेंड जनरेशन में भी टाइप-C चार्जिंग पोर्ट वाला केस दिया है। ऐपल को भले ही यह फैसला यूरोपीय संघ (EU) के दबाव में लेना पड़ा, लेकिन यह लोगों के लिए फायदे का सौदा है।

चार्जिंग

तेज चार्जिंग और डाटा ट्रांसफर करने में सक्षम है टाइप-C

टाइप-C या USB-C तेज स्पीड में चार्जिंग और डाटा ट्रांसफर करने तक में सक्षम है। ऐपल ही ऐसी कंपनी थी, जिसके स्मार्टफोन में अभी तक टाइप-C पोर्ट नहीं दिया गया था। अन्य स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां लंबे समय से टाइप-C चार्जिंग दे रही हैं। आईफोन 15 के प्रो मॉडल का टाइप-C पोर्ट 10Gbps तक की स्पीड देता है। हालांकि, इसके लिए केबल अलग से खरीदनी होगी क्योंकि बॉक्स के साथ आने वाली केबल इस स्पीड को सपोर्ट नहीं करेगी।

कीमत

टाइप-C केबल की कीमत भी है सस्ती

टाइप-C केबल ऐपल के लाइटनिंग केबल से कीमत में भी सस्ती है। ऐपल की वेबसाइट के मुताबिक, इसके लाइटनिंग केबल की शुरुआती कीमत 1,800 रुपये है। अब USB-C दिए जाने के बाद घर के आसपास भी आसानी से और कम कीमत में टाइप-C केबल खरीदी जा सकेगी। लाइटनिंग पोर्ट वाले आईफोन यूजर यदि चार्जिंग केबल कहीं भूल जाते हैं तो फोन चार्ज करना कठिन होता है। अब आईफोन 15 में टाइप-C दिए जाने से ऐसी समस्या नहीं होगी।

स्पीड

टाइप-C को इस्तेमाल करना है सरल

सैमसंग और गूगल सहित कुछ अन्य कंपनियों के प्रीमियम स्मार्टफोन मॉडल के साथ दी जाने वाली केबल में दोनों तरफ टाइप-C डिजाइन मिलती है। ऐसे में इन्हें किसी भी तरफ से चार्जर और डिवाइस में लगाकर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी इन्हीं खासियतों के चलते ही इसे सभी कनेक्टर्स का चैंपियन भी कहा जाता है। ऐपल के अन्य डिवाइस जैसे आईपैड, एयरपॉड आदि को अब एक ही चार्जर से चार्ज किया जा सकेगा।

प्लस

न्यूजबाइट्स प्लस

USB-C कनेक्टर को USB इंप्लीमेंटर्स फोरम (USB-IF) द्वारा विकसित किया गया था। USB-IF कंपनियों का समूह है, जिसमें डेल, HP, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट और सैमसंग सहित 700 से अधिक कंपनियां शामिल हैं। USB-C से डाटा, वीडियो और ऑडियो सिग्नल आदि ट्रांसफर किया जा सकता है। USB कनेक्टर का सबसे पुराना रूप टाइप-A है और यह अभी भी बना हुआ है। अधिकांश मोबाइल चार्जर के दूसरे छोर पर अभी भी USB टाइप-A दिया जाता है।