अमेरिका 50 साल बाद फिर चंद्रमा पर, दक्षिणी ध्रुव पर हुई ओडिसियस की लैंडिंग
अमेरिका 50 साल बाद एक बार फिर चंद्रमा पर पहुंच गया है। आज (23 फरवरी) सुबह एक निजी एयरोस्पेस फर्म इंटुएटिव मशीन्स ने अपने रोबोटिक अंतरिक्ष यान ओडिसियस की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कराई है। नासा के अनुसार, लैंडिंग आज सुबह 04:53 बजे हुई है और इसी के साथ भारत के बाद अमेरिका दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का दूसरा देश बन गया। ओडिसियस चंद्रमा पर लैंड करने वाला किसी भी निजी कंपनी का पहला अंतरिक्ष यान है।
कंपनी का संचार लैंडर से हुआ स्थापित
ओडिसियस अंतरिक्ष यान 6 पैरों वाला एक रोबोट लैंडर है और यह करीब 6,500 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास पहुंचा है। कंपनी के मुख्य तकनीकी अधिकारी (CTO) टीम क्रेन ने कहा, "हमारा अंतरिक्ष यान चंद्रमा की सतह पर पहुंच गया है और उसे हमारा संचार भी स्थापित हो गया है। अब हम देखेंगे कि हम इससे कितनी अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।"
इससे पहले 1972 में चांद पर पहुंचा था अमेरिका
अमेरिका इससे पहले 1972 में अपोलो मिशन के साथ चंद्रमा पर पहुंचा था। ओडीसियस 16 दिनों तक काम कर सकता है, लेकिन सही तरह से यह 7 दिनों तक चंद्रमा पर सक्रिय रहेगा और इसके चंद्रमा पर पहुंचने से भविष्य में नासा को चंद्रमा पर मनुष्यों को ले जाने वाले आर्टिमिस मिशन में मदद मिलेगी। इस मिशन के तहत नासा के 6 पेलोड भेजे गए हैं, जो चांद की सतह पर गैस और पानी की तलाश करेंगे।