सनस्पॉट में विस्फोट से निकला सोलर फ्लेयर, पृथ्वी को है यह खतरा
सूर्य पर मौजूद एक सक्रिय सनस्पॉट में विस्फोट के कारण सोलर फ्लेयर और कोरोनल मास इंजेक्शन (CME) उत्पन्न हुआ है। नासा की सोलर एंड हेलियोस्फेरिक ऑब्जर्वेटरी (SOHO) के अनुसार, यह CME अगले 24 घंटे में कभी भी पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है, जिससे पृथ्वी पर शक्तिशाली सौर तूफान के आने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा अगले 24 घंटे में सनस्पॉट AR3559 में एक बार फिर विस्फोट हो सकता है।
C-श्रेणी का निकल सकता है सोलर फ्लेयर
सनस्पॉट AR3559 में विस्फोट से C-श्रेणी के सोलर फ्लेयर के उत्पन्न होने की 99 प्रतिशत आशंका जताई जा रही है। 20 प्रतिशत M-श्रेणी और 5 प्रतिशत X-श्रेणी के सोलर फ्लेयर के उत्पन्न होने की आशंका है। सोलर फ्लेयर को 4 (X, M, C और B) श्रेणियों में विभाजित किया गया है। X-श्रेणी का फ्लेयर सबसे शक्तिशाली और B-श्रेणी का सबसे कमजोर होता है। बता दें कि सोलर फ्लेयर के प्रभाव से भी पृथ्वी पर सौर तूफान आ सकता है।
सौर तूफान से हो सकता है यह नुकसान
अत्यधिक शक्तिशाली सौर तूफान पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके प्रभाव से सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंच सकता है और ये इंटरनेट या मोबाइल नेटवर्क सेवाओं को भी प्रभावित कर सकते हैं। सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है। G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, लेकिन G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है।