पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा CME, कभी भी आ सकता है शक्तिशाली सौर तूफान
क्या है खबर?
सूर्य पर मौजूद एक सक्रिय सनस्पॉट में अगले 2 दिनों में कभी भी विस्फोट हो सकता है, जिससे पृथ्वी पर शक्तिशाली सौर तूफान आने की आशंका जताई जा रही है।
नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर (SWPC) ने 24 से 26 जनवरी के बीच सौर तूफान आने की भविष्यवाणी की है।
22 जनवरी को सनस्पॉट में विस्फोट से निकले सोलर फ्लेयर के कल (25 जनवरी) पृथ्वी से टकराने की आशंका है।
सौर तूफान
G3-श्रेणी का आ सकता है सौर तूफान
सनस्पॉट में विस्फोट से सोलर फ्लेयर के साथ-साथ कोरोनल मास इजेक्शन (CME) क्लाउड भी उत्पन्न हुआ है।
CME अगले 48 घंटे में पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है और इससे पृथ्वी पर G3-श्रेणी का सौर तूफान आ सकता है।
इस तूफान से पृथ्वी पर शॉर्टवेब रेडियो ब्लैकआउट हो सकता है, जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
इसके साथ ही इसके प्रभाव से आसमान में रंगीन प्रकाश देखने को मिल सकता है, जिसे अरोरा कहा जाता है।
खतरा
सौर तूफान से क्या है खतरा?
सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क सेवाओं को बाधित कर सकते हैं।
अत्यधिक शक्तिशाली होने पर ये पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है।
G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, लेकिन G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है।