मिजोरम: ZPM प्रमुख लालदुहोमा ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, जानें उनके बारे में
क्या है खबर?
मिजोरम में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) के 73 वर्षीय नेता लालदुहोमा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली।
राजधानी आइजोल के राजभवन में हुए समारोह के दौरान राज्यपाल डॉ हरि बाबू कंभमपति ने उन्हें शपथ दिलाई।
लालदुहोमा के साथ 11 अन्य विधायकों ने भी राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली। इस मौके पर निवर्तमान मुख्यमंत्री जोरमथांगा और अन्य कई विधायक मौजूद रहे।
लालदुहोमा ने गुरुवार को राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
शपथ
मिजोरम के छठवें मुख्यमंत्री बने लालदुहोमा
लालदुहोमा 1972 से लेकर अब तक मिजोरम के इतिहास के छठवें मुख्यमंत्री बने हैं। 1972 में सबसे पहले मिजोरम संघ के सी चुंगा मुख्यमंत्री बने थे। उनके बाद अब तक टी सालिओ, लालथनहावला, लालदेंगा और जोरमथांगा मुख्यमंत्री रह चुके हैं। राज्य में 3 बार राष्ट्रपति शासन लगा है।
लालदुहोमा ने गुरुवार को राज्यपाल से मिलने के बाद कहा था कि उनकी प्राथमिकता कृषि उत्पादों को खरीदना है और वे वित्तीय संकट दूर करने की कोशिश करेंगे।
परिचय
कौन हैं लालदुहोमा?
लालदुहोमा एक पूर्व IPS अधिकारी हैं। उन्होंने स्नातक की पढ़ाई के बाद भारतीय सिविल सेवा परीक्षा दी। 1977 में IPS बनने के बाद उन्होंने गोवा में एक स्क्वाड लीडर के तौर पर काम किया।
साल 1982 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें अपना सुरक्षा प्रभारी नियुक्त किया था। तब उन्हें पुलिस उपायुक्त के रूप में विशेष पदोन्नति दी गई थी।
वह राजीव गांधी की अध्यक्षता में 1982 एशियाई खेलों की आयोजन समिति के सचिव भी रह चुके हैं।
राजनीति करियर
कैसा रहा राजनीतिक करियर?
1984 में लालदुहोमा ने पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए। इसी साल वे कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते और संसद पहुंचे।
उन्होंने 1988 में स्थानीय नेताओं से अनबन के बाद कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद उन्हें दल-बदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य घोषित कर दिया गया।
2018 में उन्होंने 6 पार्टियों का विलय करके ZPM बनाई। ZPM का ये मात्र दूसरा चुनाव था।
चुनाव
क्या रहे थे मिजोरम चुनाव के नतीजे?
मिजोरम चुनाव में ZPM ने 27 सीटों पर जीत हासिल की, वहीं MNF के हिस्से मात्र 10 सीटें आई हैं। लालदुहोमा के नेतृत्व में ZPM ने सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
कांग्रेस महज एक सीट जीती है, जबकि भाजपा 2 सीटें हासिल करने में कामयाब रही।
आईजोल पूर्व-1 विधानसभा सीट से मौजूदा मुख्यमंत्री और MNF प्रमुख जोरमथांगा चुनाव हार गए।
दूसरी ओर सेरछिप सीट पर ZPM प्रमुख लालदुहोमा की शानदार जीत हुई।