सीमा विवाद: मिजोरम ने पुलिसकर्मियों की मौत पर जताया खेद, असम वापस लेगा ट्रैवल एडवाइजरी
क्या है खबर?
सीमा विवाद में असम और मिजोरम के बीच तनाव कम होने के संकेत मिलने लगे हैं। आज यहां मिजोरम सरकार ने पिछले महीने हुई हिंसा में असम पुलिस के छह जवानों के मारे जाने पर पहली बार खेद व्यक्त किया, वहीं असम सरकार ने भी अपने निवासियों को जारी की गई मिजोरम न जाने की एडवाइजरी को वापस लेने की बात कही है।
तनाव घटाने के हुई पहली बैठक के बाद दोनों राज्यों ने ये ऐलान किया हैं।
संयुक्त बयान
दोनों राज्यों में इन बातों पर बनी आम सहमति
बातचीत के बाद असम के मंत्री अतुल बोरा ने कहा, "बहुत संभावना है कि असम मिजोरम न जाने की ट्रैवल एडवाइजरी को वापस ले लेगा।"
बातचीत में असम और मिजोरम के बीच सीमावर्ती इलाकों में तनाव कम करने और विवाद का स्थायी समाधान ढूढ़ने की केंद्र सरकार की पहल को आगे ले जाने पर भी सहमति बनी।
इसके अलावा केंद्रीय बलों को विवादित इलाकों में तैनात रखने और यहां अपनी पुलिस न भेजने पर भी रजामंदी बनी है।
सीमा विवाद
क्या है असम और मिजोरम का सीमा विवाद?
असम की बराक घाटी के तीन जिलों कछार, हैलाकंदी और करीमगंज की मिजोरम के तीन जिलों आईजोल, कोलासिब और मामित के साथ 165 किलोमीटर की सीमा मिलती है।
इस पूरी सीमा पर पांच जगहों पर विवाद है और यहां समय-समय पर झड़पें होती रहती हैं।
हालिया समय में कोसाबिल-कछार सीमा पर विवाद बढ़ गया था और जमीन पर अतिक्रमण हटाने का असम पुलिस का अभियान इसका कारण बना था। लोग जमीन को खाली करना नहीं चाहते थे।
हिंसा
26 जुलाई को भड़की हिंसा में मरे थे असम पुलिस के छह जवान
26 जुलाई को कोसाबिल-कछार सीमा पर असम पुलिस और मिजोरम पुलिस और लोगों के बीच हिंसा भड़क गई जिसमें अंधाधुंध गोलियां तक चलीं। इस फायरिंग में असम पुलिस के छह जवानों की मौत हो गई थी।
देश के दो राज्यों के बीच इस हिंसा ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था और मामले में केंद्र सरकार को दखल देना पड़ा था।
हिंसा के बाद से ही इलाके में CRPF तैनात है और पुलिस के आने पर पाबंदी है।
आरोप-प्रत्यारोप
दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लगाए थे एक-दूसरे पर आरोप
मामले में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए थे और वे ट्विटर पर सार्वजनिक तौर पर झगड़ने लगे थे।
घटना के बाद जहां मिजोरम पुलिस ने हिंसा के लिए असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा के खिलाफ FIR दर्ज की थी, वहीं असम ने ट्रैवल एडवाइजरी जारी कर अपने नागरिकों से मिजोरम न जाने को कहा था।
अब मिजोरम सरकार अपने FIR और असर सरकार अपनी एडवाइजरी को वापस लेने पर विचार कर रही हैं।