लोकसभा: आचार समिति ने महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश की, सदन में बहस जारी
क्या है खबर?
लोकसभा की आचार समिति ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा पर लगे रिश्वत लेकर सवाल पूछने के आरोपों में सदन में अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है।
समिति के अध्यक्ष और भाजपा सांसद विनोद सोनकर ने ये रिपोर्ट पेश की। इसमें महुआ को निष्कासित करने की सिफारिश की है।
कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी सांसदों ने 400 से अधिक पेज की इस रिपोर्ट को पढ़ने के लिए 3-4 दिन का समय मांगा है। अभी सदन में बहस जारी है।
समिति
समिति ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा?
समिति ने अपनी रिपोर्ट में महुआ की सांसदी रद्द करने की सिफारिश की है।
लोकसभा पोर्टल का आईडी-पासवर्ड देने और महुआ और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के बीच पैसों के लेन-देन की कानूनी, संस्थागत और समयबद्ध जांच करने की सिफारिश भी की गई है।
समिति ने 2 नवंबर की बैठक के बाद चेयरमैन के सवालों को तोड़-मरोड़ कर पेश करके और अफवाहें फैलाने के लिए समिति के संसद और BSP सांसद दानिश अली को चेतावनी देने की सिफारिश भी की है।
महुआ
महुआ बोलीं- मां दुर्गा आ गई हैं, अब देखेंगे...
समिति की रिपोर्ट पेश होने से पहले TMC सांसद महुआ ने अपने एक बयान कहा, "मां दुर्गा आ गई है, अब देखेंगे... जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। इन्होंने वस्त्रहरण शुरू किया है तो अब महाभारत का रण देखिए।"
संसद की कार्यवाही दोपहर तक स्थगित होने पर उन्होंने कहा, "हमें अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है, जो भी होना है, वह लंच से वापस आने पर दोपहर 2 बजे के बाद होगा।"
व्हिप
भाजपा ने अपने सांसदों को जारी किया व्हिप
भाजपा ने आचार समिति की रिपोर्ट पेश होने और विपक्ष के मत विभाजन की मांग के मद्देनजर व्हिप जारी कर अपने सांसदों को लोकसभा में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।
मामले में अगर सदन में मौजूद अधिकांश सदस्य समिति की सिफारिश के पक्ष में मतदान करते हैं तो महुआ को संसद से निलंबित किया जा सकता है।
कुछ समय पहले मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से ये जानकारी आ चुकी है कि समिति महुआ को निष्कासित करने की सिफारिश करेगी।
मांग
विपक्ष की क्या मांग है?
गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान विपक्षी सासंदों ने कहा कि TMC सांसद महुआ पर निर्णय लेने से पहले समिति की सिफारिशों पर चर्चा होनी चाहिए।
आचार समिति के सदस्य रहे बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद दानिश अली कहा, "अगर लोकसभा में रिपोर्ट पेश की जाती है तो हम इस पर विस्तृत चर्चा पर जोर देंगे क्योंकि मसौदा ढाई मिनट में अपनाया गया था।"
विपक्ष ने समिति की रिपोर्ट मीडिया में लीक होने पर भी सवाल उठाए।
रिपोर्ट
समिति के 6 सदस्यों ने की है निलंबन की सिफारिश
भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली आचार समिति ने 9 नवंबर को रिश्वत लेकर सवाल पूछने के मामले में महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करते हुए अपनी रिपोर्ट अपनाई थी।
कांग्रेस सांसद परनीत कौर सहित समिति के 6 सदस्यों ने रिपोर्ट के पक्ष में मतदान किया था, जबकि विपक्षी पार्टी से जुड़े समिति के 4 सदस्यों ने इस पर असहमति जताई थी।
अब सदन के सदस्यों के मतदान के बाद निलंबन पर फैसला लिया जाएगा।
आरोप
TMC सासंद महुआ पर क्या आरोप हैं?
महुआ पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत लेकर संसद में अडाणी समूह से जुड़े सवाल पूछने के आरोप हैं।
इस संबंध में महुआ ने हीरानंदानी को अपना लोकसभा का आईडी-पासवर्ड देने की बात भी स्वीकारी है, जिसके जरिए हीरानंदानी अडाणी समूह के खिलाफ सवाल पूछते थे।
हालांकि, महुआ का कहना है कि हीरानंदानी वही सवाल पूछते थे, जो वो कहती थीं और उन्होंने इसके लिए कोई रिश्वत नहीं ली। उन्होंने आचार समिति पर भी सवाल खड़े किए थे।