NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / राजनीति की खबरें / सीताराम येचुरी: 5 दशकों तक वामपंथी राजनीति की धुरी रहे, चुनौतियों में बुलंद किया 'लाल झंडा'
    अगली खबर
    सीताराम येचुरी: 5 दशकों तक वामपंथी राजनीति की धुरी रहे, चुनौतियों में बुलंद किया 'लाल झंडा'
    सीताराम येचुरी का निधन हो गया है

    सीताराम येचुरी: 5 दशकों तक वामपंथी राजनीति की धुरी रहे, चुनौतियों में बुलंद किया 'लाल झंडा'

    लेखन आबिद खान
    Sep 12, 2024
    04:32 pm

    क्या है खबर?

    मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) के महासचिव सीताराम येचुरी का निधन हो गया है।

    वे सीने में संक्रमण के चलते बीते कई दिनों से दिल्ली AIIMS में भर्ती थे। बाद में उनकी सांस की नली में भी संक्रमण हो गया था, जिसके बाद उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी।

    दशकों तक वामपंथी राजनीति की धुरी रहे येचुरी का जाना वामपंथ के साथ ही राजनीतिक जगह के लिए भी बड़ा नुकसान है।

    आइए आज येचुरी के बारे में जानते हैं।

    सीताराम येचुरी

    कौन थे सीताराम येचुरी?

    येचुरी का जन्म 12 अगस्त, 1952 को चेन्नई के एक तेलुगु परिवार में हुआ था।

    उनके माता-पिता आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के रहने वाले थे। उनके पिता सर्वेश्वर सोमयाजुला येचुरी आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में इंजीनियर थे और मां कल्पकम येचुरी सरकारी अधिकारी थीं।

    येचुरी ने दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से स्नातकोत्तर और सेंट स्टीफन कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई की थी।

    राजनीतिक सफर

    येचुरी का राजनीतिक सफर

    येचुरी ने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1974 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया से जुड़कर की थी। अगले ही साल वे CPM में शामिल हो गए।

    1975 के आपातकाल के दौरान वे JNU के छात्र थे और जेल भी गए थे। वे 3 बार JNU छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए।

    1984 में वे CPI-M की केंद्रीय समिति में शामिल किए गए। येचुरी 2005 में पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के लिए चुने गए। 2015 में वे CPI-M के महासचिव बने थे।

    इस्तीफा

    जब येचुरी ने इंदिरा गांधी को इस्तीफा देने पर मजबूर किया

    येचुरी ने आपातकाल का विरोध करने के लिए संयुक्त स्टूडेंट्स फेडरेशन का गठन किया और इंदिरा गांधी के घर तक विरोध मार्च निकाला।

    तब इंदिरा JNU की कुलाधिपति थीं। इंदिरा ने जब विरोध का कारण पूछा तो येचुरी ज्ञापन पढ़ने लगे।

    उन्होंने कहा कि एक तानाशाह को JNU के कुलाधिपति पद पर नहीं रहना चाहिए। येचुरी के आंदोलन का नतीजा हुआ कि इंदिरा ने कुलाधिपति पद से इस्तीफा दे दिया।

    इस प्रकरण से येचुरी को खूब प्रसिद्धी मिली।

    चुनौतियां

    चुनौतियों भरा रहा राजनीतिक सफर

    येचुरी का राजनीतिक सफर इतना आसान भी नहीं रहा।

    उनके नेतृत्व में पार्टी ने चुनावी असफलताओं और आंतरिक संघर्षों का सामना किया। उनके कार्यकाल में त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल से CPI-M का पत्ता साफ हो गया।

    कई प्रयोगों के बावजूद केरल को छोड़कर CPI-M को बाकी जगह सफलता नहीं मिली।

    हालांकि, चुनौतियों के बावजूद वे पार्टी के सिद्धांतों और लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहे। संसद में उनके भाषणों को गहराई और स्पष्टता के लिए खूब सराहना मिली।

    परिवार

    येचुरी के परिवार में कौन-कौन हैं? 

    येचुरी की पहली शादी वीना मजूमदार की बेटी इंद्राणी मजूमदार से हुई थी। इस शादी से उनकी एक बेटी और एक बेटा है।

    बेटे आशीष का 2021 में केवल 34 साल की उम्र में कोरोने के चलते निधन हो गया था।

    फिलहाल वे अपने पीछे पत्नी सीमा चिश्ती येचुरी और बेटी अखिला येचुरी को छोड़ गए हैं। सीमा चिश्ती पेशे से पत्रकार हैं और बेटी अखिला विदेशों की प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में अध्यापन का काम करती हैं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    सीताराम येचुरी
    भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)

    ताज़ा खबरें

    अपना बजट सुधारने के लिए इन वित्तीय गलतियों से बचें पर्सनल फाइनेंस
    कार से लंबी यात्रा पर जाने से पहले इन बातों का जरूर रखें ध्यान  काम की बात
    कौन हैं भारत की प्रभावशाली महिला संस्थापकों की सूची में जगह पाने वाली मृणाल पांचाल? मनोरंजन
    इंग्लैंड दौरे से पहले गंभीर और गिल की प्रेस कॉन्फ्रेंस, बेंगलुरु भगदड़ पर कही ये बात गौतम गंभीर

    सीताराम येचुरी

    लड़ाईयों से भरे हैं महाभारत और रामायण, कैसे मान लें हिंदू हिंसक नहीं होते- सीताराम येचुरी भोपाल
    EVM ट्रैकिंग और VVPAT मिलान की मांग को लेकर चुनाव आयोग से मिलेंगी विपक्षी पार्टियां भारतीय सुप्रीम कोर्ट
    सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की सभी VVPAT पर्चियों के EVM से मिलान करने की याचिका चेन्नई
    RSS मानहानि केस में राहुल ने खुद को बताया निर्दोष, जानें क्या है मामला मुंबई

    भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)

    किसान मार्च: फिर से नासिक से मुंबई तक के पैदल मार्च पर निकले महाराष्ट्र के किसान मुंबई
    केरल: कन्नूर में CPM कार्यकर्ता की हत्या, पार्टी ने RSS और भाजपा पर लगाया आरोप केरल
    हिमाचल प्रदेश चुनाव नतीजे: इन बड़े नामों और सीटों पर रहेगी सबकी नजर हिमाचल प्रदेश
    यूनिफॉर्म सिविल कोड: भाजपा सांसद ने राज्यसभा में पेश किया विधेयक, विपक्ष का हंगामा समान नागरिक संहिता
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025