सुप्रीम कोर्ट 3 जनवरी को करेगा लोकसभा निष्कासन के खिलाफ महुआ मोइत्रा की याचिका पर सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने आज लोकसभा से निष्कासन के मामले में महुआ मोइत्रा की याचिका पर सुनवाई नहीं की और इसे 3 जनवरी के लिए टाल दिया। न्यायाधीश संजीव खन्ना ने कहा कि उनके पास केस की फाइल सुबह ही आई और उन्हें इसे पढ़ने का समय नहीं मिला। इसके बाद याचिकाकर्ता के वकील अभिषेक मनु सिंघवी मामले की सुनवाई टालने पर राजी हो गए। महुआ को पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप में लोकसभा से निष्कासित किया गया है।
महुआ पर क्या आरोप?
महुआ पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत लेकर संसद में अडाणी समूह से जुड़े सवाल पूछने का आरोप हैं। आरोप है कि महुआ ने हीरानंदानी को लोकसभा सदस्य पोर्टल का अपना आईडी-पासवर्ड दिया था, जिस पर लॉगिन करके हीरानंदानी अडाणी समूह के खिलाफ और अपने हित में सवाल पूछते थे। आरोप है कि इसके बदले में हीरानंदानी महुआ को महंगे-महंगे गिफ्ट, पैसे और अन्य उपहार देते थे। महुआ ने आईडी-पासवर्ड देने के अलावा बाकी सभी आरोपों को खारिज किया था।
आचार समिति की सिफारिश के बाद निष्कासित की गईं महुआ
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ये मामला आचार समिति के पास जांच के लिए भेजा था। समिति ने मामले में सुनवाई के बाद महुआ पर लगे आरोपों की पुष्टि हुई है और इस 'गंभीर दुष्कर्म' के लिए महुआ को गंभीर सजा मिलनी चाहिए। उसने महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की गई थी। इस सिफारिश के आधार पर 8 दिसंबर को महुआ को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया।
आचार समिति पर उठे हैं गंभीर सवाल
मामले में महुआ ने आचार समिति की जांच पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि समिति ने उन्हें सही तरीके से उनका पक्ष रखने का मौका नहीं दिया और हीरानंदानी को पूछताछ तक के लिए नहीं बुलाया गया। समिति पर चंद मिनट के अंदर बिना किसी विचार-विमर्श के महुआ को निष्कासित करने की सिफारिश को स्वीकार करने का भी आरोप है। महुआ ने कहा कि समिति ने हर नियम को तोड़ा और उनके रिश्वत लेने का कोई सबूत नहीं मिला।
पूरा विपक्ष महुआ के साथ एकजुट
मामले में पूरा विपक्ष महुआ के साथ एकजुट है, खासतौर पर कांग्रेस ने उनका पुरजोर समर्थन किया है। निष्कासन के बाद जब महुआ ने संसद से वॉकआउट किया था तो कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी उनके पीछे चलती हुई नजर आई थीं। महुआ और विपक्ष का कहना है कि अडाणी समूह के खिलाफ सवाल पूछने के लिए उनके खिलाफ ये कार्रवाई की गई है। महुआ तृणमूल कांग्रेस (TMC) की तरफ से पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से सांसद थीं।