रेलवे ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का इस्तीफा नहीं किया स्वीकार, क्या लड़ पाएंगे चुनाव?
क्या है खबर?
पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने रेलवे से इस्तीफा देकर गुरुवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया।
इसके बाद रात को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से जारी की गई 31 उम्मीदवारों की सूची में विनेश को जुलाना से उम्मीदवार भी बना दिया गया है।
इस बीच अब विनेश के चुनाव लड़ने पर संशय खड़ा हो गया है। दरअसल, खबर आई है कि रेलवे ने दोनों पहलवानों का अभी तक इस्तीफा ही स्वीकार नहीं किया है।
इस्तीफा
विनेश और पूनिया ने नोटिस के मिलने के बाद दिया था इस्तीफा
विनेश और पूनिया की राजनीतिक गतिविधियां हाल के दिनों में ज्यादा बढ़ गई थी। इसको देखते हुए रेलवे ने 4 सितंबर को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
इसके बाद 6 सितंबर को दोनों पहलवानों ने रेलवे में अपने पद से इस्तीफा दे दिया और उसके बाद कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।
हालांकि, अब खबर है कि रेलवे ने अभी तक दोनों का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। ऐसे में उनके चुनाव लड़ने पर खतरा मंडरा रहा है।
इस्तीफा
विनेश ने दिया तत्काल प्रभाव वाला इस्तीफा
विनेश उत्तर रेलवे में खेल विभाग में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (OSD) के पद पर कार्यरत थी।
उन्होंने रेलवे को तत्काल प्रभाव वाला इस्तीफा भेजकर कहा, 'भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है। मैंने अपना त्यागपत्र सक्षम अधिकारियों को सौंप दिया है। राष्ट्र सेवा के लिए मुझे दिए गए इस अवसर के लिए मैं भारतीय रेलवे परिवार की सदैव आभारी रहूंगी। मैं एक महीने का नोटिस सर्व न करने के लिए वेतन भी दूंगी।'
जानकारी
पूनिया ने भी दिया तत्काल इस्तीफा
पूनिया में रेलवे के खेल विभाग में OSD पद पर थे। विनेश के बाद उन्होंने भी रेलवे को तत्काल प्रभाव वाला इस्तीफा भेजा था। वह भी एक महीने का नोटिस सर्व न कर पाने के कारण रेलवे को एक महीने का वेतन देंगे।
नियम
रेलवे में इस्तीफा देने के क्या है नियम?
रेलवे सूत्रों के अनुसार, कोई कर्मचारी नौकरी में रहते हुए इस्तीफा देता है तो उसे तीन महीने का नोटिस देना पड़ता है या फिर उसे तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देना होता है।
3 महीने तक नोटिस में कभी कर्मचारी का मन फिर से नौकरी में आने का होता है तो वह अपना इस्तीफा वापस ले सकता है। ठीक इसके विपरीत अगर वह तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता है तो उसमें वापसी की गुंजाइश खत्म हो जाती है।
चुनाव
क्या बिना इस्तीफा स्वीकार हुए चुनाव लड़ सकती है विनेश?
रेलवे ने अब तक विनेश और पूनिया का भी इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। इस्तीफा स्वीकार हुए बिना विनेश चुनाव नहीं लड़ सकती है।
चुनाव आयोग के अनुसार, सरकारी पद पर आसीन किसी भी व्यक्ति को चुनाव लड़ने के लिए पहले अपने पद से इस्तीफा देना होता है और संबंधित विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) लेनी होती है।
इसके बिना रिटर्निंग अधिकारी किसी भी उम्मीदवार का आवेदन तक स्वीकार नहीं करते हैं। यह विनेश के लिए बड़ी परेशानी है।