
MCD चुनाव 2025: भाजपा के राजा इकबाल सिंह बने दिल्ली के मेयर, जानिए कितने वोट मिले
क्या है खबर?
भाजपा ने करीब 2 साल के अंतराल के बाद दिल्ली नगर निगम (MCD) में सत्ता हासिल कर ली है। शुक्रवार को राजा इकबाल सिंह राष्ट्रीय राजधानी के नए मेयर (महापौर) बन गए।
चुनाव में पड़े कुल 142 वोटों में से इकबाल को 133 और कांग्रेस उम्मीदवार मंदीप सिंह 8 वोट ही मिले। इसी तरह एक वोट अवैध घोषित किया गया।
बता दें, आम आदमी पार्टी (AAP) के चुनाव का बहिष्कार करने के कारण भाजपा और कांग्रेस में ही टक्कर थी।
बहिष्कार
AAP ने क्यों किया था चुनाव का बहिष्कार?
इससे पहले AAP ने रोचक अंदाज में मेयर चुनाव से दूर रहने का फैसला किया था। उसने भाजपा पर MCD चुनाव में जमकर धांधली करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा को बिना किसी बहाने के दिल्ली पर शासन करना चाहिए।
बता दें कि इससे पहले AAP ने मेयर के पद पर कब्जा किया था। नवंबर 2024 में हुए चुनावों में AAP के मेयर महेश कुमार खिंची ने 3 वोटों से रोमांचक जीत दर्ज की थी।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें जीत के बाद का वीडियो
#WATCH | BJP candidate Raja Iqbal Singh elected as Delhi's new Mayor. pic.twitter.com/y0jwWG10eA
— ANI (@ANI) April 25, 2025
परिचय
कौन है राजा इकबाल?
राजा इकबाल शिरोमणि अकाली दल (SAD) के पूर्व नेता रहे हैं। वह साल 2020-21 के किसान आंदोलन के दौरान SAD के कृषि कानूनों का विरोध करते हुए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अपना समर्थन वापस लेने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे।
वर्तमान में वह MCD में विपक्ष के नेता हैं। वह उत्तर MCD के भी महापौर रह चुके हैं।
वह सिविल लाइन जोन वार्ड कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और मुखर्जी नगर वार्ड 13 के पार्षद भी हैं।
उपमहापौर
भाजपा उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए उपमहापौर
कांग्रेस उम्मीदवार अरीबा आसिफ खान ने उपमहापौर पद के लिए नामांकन दाखिल किया था, लेकिन बाद में उन्होंने अपना आवेदन वापस ले लिया। ऐसे में भाजपा उम्मीदवार जय भगवान यादव निर्विरोध उपमहापौर चुने लिए गए।
भाजपा ने उप महापौर पद के लिए बेगमपुर वार्ड से यादव को उम्मीदवार बनाया है।
इस जीत के बाद अब भाजपा का राजधानी की सत्ता पर नियंत्रण और भी मजबूत हो गया है। अब केंद्र, दिल्ली और MCD तीनों में भाजपा की सत्ता है।
स्थिति
MCD की मौजूदा स्थिति क्या है?
MCD की मौजूदा ताकत 238 की है, क्योंकि 12 सीटें कुछ पार्षदों के दिल्ली विधानसभा और एक लोकसभा के लिए चुने जाने के कारण खाली हैं।
250 सीटों में से भाजपा के पास 117 पार्षद हैं, जबकि AAP की संख्या पहले के 134 से घटकर 113 रह गई है। कांग्रेस के पास सिर्फ 8 सीटें हैं।
महापौर चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में 238 पार्षद, 10 सांसद (लोकसभा से 7 और राज्यसभा से 3) और 14 विधायक शामिल हैं।