बैठक में बोलने का मौका न देने पर प्रधानमंत्री पर बरसीं ममता, पूछा- डर क्यों रहे
क्या है खबर?
आज हुई एक वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्रियों को बोलने का मौका न देने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है।
बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा कि बैठक में मुख्यमंत्रियों को पुतला बनाकर रखा गया और उन्हें अपमानित किया गया। उन्होंने कहा कि यह तानाशाही है और ऐसा लगता है कि सैन्य शासन चल रहा है।
उन्होने पूछा कि प्रधानमंत्री आखिर इतना डरे हुए क्यों हैं।
सवाल
मुख्यमंत्रियों को बोलने नहीं देते तो बुलाते क्यों हैं- ममता
बैठक के बाद ममता बनर्जी ने कहा, "यह केवल एकतरफा संवाद नहीं था, यह एकतरफा अपमान था। एक देश, सबका अपमान। बैठक में प्रधानमंत्री ने कुछ कहा और उसके बाद भाजपा शासित राज्यों के कुछ जिलाधिकारियों ने अपनी बात रखी और बैठक खत्म कर दी गई। अगर वह मुख्यमंत्रियों की बात नहीं सुनना चाहते तो मुख्यमंत्रियों को बैठक में क्यों बुलाते हैं? उन्होंने कुछ जिलाधिकारियों को बोलने दिया और मुख्यमंत्रियों का अपमान किया।"
सवाल
ममता ने पूछा- इतने डरे हुए क्यों हैं प्रधानमंत्री
ममता ने पूछा, "प्रधानमंत्री इतने असुरक्षित क्यों हैं कि वह मुख्यमंत्रियों की बात नहीं सुनना चाहते? आखिर इतना डर क्यों?"
प्रधानमंत्री पर अभिमानी होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, "बैठक में इतने राज्यों के मुख्यमंत्री थे। किसी को भी बोलने नहीं दिया गया। उन्हें क्या लगता है? हम बंधुआ मजदूर या पुतले हैं? क्या केवल उनका महत्व है? वे संघीय ढांचे को तबाह कर रहे हैं... यह तानाशाही है, जैसे सैन्य शासन चल रहा हो।"
मांगें
तैयारी के साथ गई थीं, लेकिन बोलने का मौका नहीं मिला- ममता
ममता ने कहा कि वह बैठक में पूरी तैयारी और कागज लेकर गई थीं, लेकिन उन्हें बोलने का मौका ही नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा, "हमने सोचा था कि हम वैक्सीन मांगेंगे ताकि सभी को वैक्सीन लगाई जा सके। हम 10 करोड़ वैक्सीन चाहते हैं। हमें इस महीने 24 लाख खुराकें मिलने वाली थीं, लेकिन सिर्फ 13 लाख खुराकें ही मिलीं। लेकिन प्रधानमंत्री ने बैठक में वैक्सीन, बेड या ब्लैक फंगस पर एक बार भी कुछ नहीं पूछा।"
निर्देश
बैठक में प्रधानमंत्री ने दिया संक्रमित बच्चों के आंकड़े इकट्ठे करने का निर्देश
बता दें कि आज हुई इसी बैठक में प्रधानमंत्री ने जिलाधिकारियों को कोरोना वायरस से संक्रमित हुए बच्चों के आंकड़े इकट्ठे करने का निर्देश दिया। वायरस के नए स्ट्रेनों के बच्चों को ज्यादा संक्रमित करने की आशंकाओं को ध्यान में रखने हुए उन्होंने ये निर्देश दिए हैं।
इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को वैक्सीन की बर्बादी को लेकर भी चेताया और कहा कि उन्हें सुनिश्चित करना चाहिए कि वैक्सीन की एक भी खुराक बर्बाद न हो।
कोरोना का कहर
देश में क्या है महामारी की स्थिति?
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,76,110 नए मामले सामने आए और 3,874 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,57,72,440 हो गई है। इनमें से 2,87,122 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 31,29,878 हो गई है।
बीते कुछ दिनों से देश में महामारी के कारण बने हालात सुधर रहे हैं।