मध्य प्रदेश: दो-तिहाई बहुमत के साथ भाजपा की प्रचंड जीत, कांग्रेस चारों खानों पस्त
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश में भाजपा ने प्रचंड जीत दर्ज की है। राज्य की 230 सीटों में से 163 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है, जो 116 सीट के बहुमत के आंकड़े से काफी अधिक है।
कांग्रेस मात्र 66 सीटें ही जीत सकी, जो भाजपा के मुकाबले आधे से भी कम हैं।
भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री कौन होगा ये स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रचंड जीत के बाद मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का फिर मुख्यमंत्री बनना लगभग तय है।
जीत
किन बड़े चेहरों ने मारी बाजी?
बुधनी सीट से शिवराज सिंह चौहान ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है, वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी छिंदवाड़ा सीट पर जीत दर्ज की है।
इसी तरह दिमनी सीट से भाजपा के केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जीत गए हैं।
इसके अलावा नरसिंहपुर से केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल , इंदौर-1 सीट से कैलाश विजयवर्गीय और ग्वालियर सीट से राज्य ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को जीत मिली है।
हार
ये बड़े उम्मीदवार हारे
इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री और राज्य के कई मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है।
दतिया में प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को हार मिली है। इसके अलावा राज्य के कृषि मंत्री कमल पटेल हारदा से और मंत्री राहुल लोधी खरगापुर से हार गए।
इसके अलावा राऊ से कांग्रेस उम्मीदवार जीतू पटवारी और लहार से कांग्रेस नेता गोविंद सिंह भी हार गए।
जीत
मुख्यमंत्री पद की रेस में कौन-कौन शामिल?
भाजपा ने मध्य प्रदेश चुनाव के लिए अपना मुख्यमंत्री चेहरा घोषित नहीं किया था।
वर्तमान में शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री हैं। उनके अलावा कैलाश विजयवर्गीय और नरेंद्र सिंह तोमर को मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है।
विजयवर्गीय तो कई बार खुले तौर पर मुख्यमंत्री पद की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। विधानसभा का टिकट मिलने पर उन्होंने आश्चर्य जताते हुए खुद को 'बड़ा नेता' तक बताया था।
प्रह्लाद पटेल भी मुख्यमंत्री पद की रेस में हैं।
मुद्दे
चुनावों में क्या रहे थे प्रमुख मुद्दे?
मध्य प्रदेश चुनाव के दौरान भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और हिंदुत्व जैसे प्रमुख मुद्दे चर्चा में रहे। इसके अलावा भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी और देरी जैसे मुद्दों को कांग्रेस पार्टी ने खूब जोर-शोर से उठाया था।
कांग्रेस ने राज्य में 50 प्रतिशत कमीशन जैसे मुद्दों को भी उठाया।
सबसे बड़ा मुद्दा पार्टी ने जातिगत जनगणना का उठाया था। कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद जातिगत जनगणना कराने का ऐलान किया था।
जीत
शिवराज सिंह ने कहा- डबल इंजन की सरकार की हुई जीत
शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा, 'मध्य प्रदेश में भाजपा की यह शानदार विजय प्रधानमंत्री के प्रति असीम श्रद्धा और अकाट्य विश्वास तथा उन्होंने जो यहां सभाएं की गईं और जनता से अपील की, वह जनता के दिलों को छू गई और उसी के कारण यह परिणाम आ रहे हैं। डबल इंजन की सरकार। दिल्ली में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने जो काम किया, उसे राज्य में लागू करने से पार्टी को लाभ हुआ है।'
मतदान
राज्य में हुआ था रिकॉर्ड तोड़ मतदान
बता दें कि मध्य प्रदेश में इस बार मतदान ने कई दशकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। राज्य में 77.15 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो पिछले 66 साल में सबसे अधिक था। पिछले चुनावों में यह 75.63 प्रतिशत था।
राज्य की कम से कम 20 सीटों पर मतदान पिछली बार की तुलना में 3 से 5 प्रतिशत तक ज्यादा हुआ।
इस बार 78.21 प्रतिशत पुरुष और 76.03 प्रतिशत महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।