मध्य प्रदेश: खेलते समय 400 फुट गहरे बोरवेल में गिरा बच्चा, बचाव अभियान जारी
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में मंगलवार को एक आठ वर्षीय बच्चा खेत में खेलते समय एक 400 फुट गहरे बोरवेल में गिर गया। बतौर रिपोर्ट्स, बच्चा बोरवेल में अभी फिलहाल 40 फुट की गहराई पर फंसा हुआ है और उसे बाहर निकालने के लिए पुलिस और प्रशासन बचाव अभियान चला रहे हैं। बोरवेल में ऑक्सीजन भी पहुंचाई जा रही है ताकि बच्चे को सांस लेने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
बच्चे को खाना-पानी पहुंचाने में हो रही दिक्कत
एक अधिकारी ने बताया कि बोरवेल में फंसे बच्चे को रस्सी के सहारे बाहर निकालने का प्रयास किया गया था। उसके हाथ में रस्सी बंध गई थी और उसे उपर तक खींच लिया गया था, तभी लेकिन रस्सी खुल गई और वह करीब 40 फुट पर अटक गया। बचावकर्मियों ने बताया कि बच्चे को फंसे हुए कई घंटे हो चुके हैं और उसे खाना-पानी पहुंचाने में समस्या हो रही है क्योंकि उसके हाथ ऊपर की तरफ हैं।
दो साल से बंद पड़ा था बोरवेल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बोरवेल करीब दो साल से बंद पड़ा था और उसे चारों तरफ से बोरी से ढक दिया गया था। खेलते समय बच्चे ने वह बोरी हटाई और अचानक नियंत्रण खोने के कारण वह बोरवेल के अंदर गिर गया था।
बोरवेल के पास की जा रही खुदाई
बैतूल के कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने बताया कि बच्चा करीब 40 फुट के बीच फंसा हुआ है। उस तक पहुंचने के लिए 40 फुट गहराई तक खुदाई की जाएगी और फिर सुरंग बनाकर उसे निकाला जाएगा। हालांकि जमीन पथरीली होने की वजह से खुदाई में वक्त लग रहा है। खुदाई करने के लिए पोकलेन मशीनों की मदद ली जा रही है। पाइप के जरिए बोरवेल में ऑक्सीजन भी पहुंचाई जा रही है।
मामले पर नजर बनाए हुए हैं मुख्यमंत्री शिवराज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले का संज्ञान लेते हुए ट्वीट किया है। ट्वीट में उन्होंने कहा, 'बैतूल के आठनेर ब्लॉक के मांडवी गांव में 8 साल के मासूम के बोरवेल में गिरने की घटना दुखद है। मैंने स्थानीय प्रशासन को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। मैं प्रशासन के सतत संपर्क में हूं। बचाव टीम बच्चे को सुरक्षित बचाने हेतु प्रयासरत है। मासूम की कुशलता की प्रार्थना करता हूं।'
पहले भी सामने आ चुकी हैं ऐसी घटनाएं
बता दें कि इससे पहले भी देश के अलग-अलग हिस्सों में छोटे बच्चों के बोरवेल में गिरने की घटनाएं सामने आती रही हैं। इसी साल जून में छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में 10 वर्षीय बच्चा बोरवेल में गिर गया था। उसे 100 से अधिक घंटों की मशक्क्त के बाद बचा लिया गया था। इसके विपरीत 2019 में पंजाब के संगरूर में 150 फुट गहरे बोरवेल में गिरे दो वर्षीय बच्चे की जान नहीं बचाई जा सकी थी।