पांच राज्यों के अंतिम परिणाम घोषित, अब मुख्यमंत्रियों के नाम पर सस्पेंस
क्या है खबर?
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले सेमीफाइनल माने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे आ चुके हैं।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को जहां साफ बहुमत मिला है, वहीं राजस्थान और मध्यप्रदेश में पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
दूसरी तरफ तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव अपनी सत्ता बचाने में कामयाब रहे। मिजोरम में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है और यहां मिजो नेशनल फ्रंट की सरकार बनेगी।
आइये देखते हैं इन राज्यों के अंतिम परिणाम।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की लहर
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की 15 साल बाद सत्ता में वापसी हो रही है। कांग्रेस ने राज्य की 90 सीटों में से 68 सीटों पर जीत हासिल की है।
भाजपा को 15, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को 2 और अजीत जोगी की पार्टी 'जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़' को 5 सीटे मिली हैं।
राज्य में भूपेश बघेल का मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा है। नतीजों के बाद रमन सिंह ने हार की जिम्मेदारी खुद ली है।
मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश में रही कांटे की टक्कर
मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस में कड़ी टक्कर देखने को मिली।
230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114, भाजपा को 109, बसपा को 2, समाजवादी पार्टी को एक और अन्यों को 4 सीटें मिली। कांग्रेस बहुमत से दो सीट दूर रह गई।
यहां भी कांग्रेस ने 15 साल बात सत्ता में वापसी की है। कांग्रेस ने बसपा, समाजवादी पार्टी और अन्य के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है।
राजस्थान
राजस्थान में बहुमत की दहलीज पर अटकी कांग्रेस
राजस्थान में कुल 199 सीटों पर चुनाव हुए थे। इनमें से कांग्रेस को 99, भाजपा को 72, बसपा को 6, CPI (M) को 2, भारतीय ट्राइबल पार्टी को 2, राष्ट्रीय लोकदल को एक, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को 3 और निर्दलियों को 13 सीटें मिली हैं।
यहां पर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस भाजपा को हराकर 5 साल बाद सत्ता में वापसी कर रही है।
मुख्यमंत्री के नाम के लिए आज विधायकों की बैठक होगी।
तेलंगाना
तेलंगाना में चंद्रशेखर राव का जादू बरकरार
तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के मुखिया के चंद्रशेखर राव एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।
119 सीटों पर चुनाव में TRS ने 88, कांग्रेस ने 19, ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 7, भाजपा ने एक और अन्य ने 4 सीटें जीती हैं।
कांग्रेस ने यहां तेलुगू देशम पार्टी के साथ गठबंधन किया था, लेकिन यह गठबंधन अपना असर नहीं दिखा पाया। गठबंधन के कई बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा।
मिजोरम
मिजोरम में दस साल बाद कांग्रेस सत्ता से बाहर
मिजोरम में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा। मिजोरम पूर्वोत्तर में एकमात्र राज्य था, जहां कांग्रेस का शासन था।
पिछले 10 साल से मुख्यमंत्री लाल थाहनवला अपनी दोनों सीटों से चुनाव हार गए। 40 सीटों वाले राज्य में मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) को बहुमत मिला है।
यहां MNF को 26, कांग्रेस को 5, भाजपा को एक और अन्य को 8 सीटें मिली।
MNF प्रमुख और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार जोरामथांगा ने कहा कि वे अपने दम पर सरकार बनाएंगे।