मोदी के सवाल पर चिदंबरम का जवाब, गैर गांधी परिवार के कांग्रेस अध्यक्षों के नाम गिनाए
पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनाव प्रचार में राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो चला है। गुरुवार को छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर कई आरोप लगाए थे। इस जनसभा में मोदी ने कांग्रेस को परिवारिक पार्टी बताते हुए चैंलेज दिया था कि एक बार पांच साल के लिए अपने परिवार के बिना किसी को पार्टी का अध्यक्ष बनाकर दिखा दो। मोदी के इस चैंलेज पर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने जवाब दिया है।
चिदंबरम ने ट्विटर पर गिनाए कांग्रेस अध्यक्षों के नाम
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी के सवाल का जवाब देते हुए ट्विटर पर गैर गांधी परिवार वाले कांग्रेस अध्यक्षों के नाम गिनाए। चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए मोदी के याददाश्त पर सवाल उठाया। साथ ही 1947 के बाद से अब तक के 15 ऐसे कांग्रेस अध्यक्षों के नाम गिनाए, जो गांधी या नेहरु परिवार से नहीं थे। अध्यक्षों का नाम बताने से पहले पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी की याददाश्त पर तंज भी कसा।
ट्वीट करते हुए पी चिदंबरम ने दिया पीएम मोदी को जवाब
आजादी के बाद से गैर गांधी और नहेरु परिवार के कांग्रेस अध्यक्ष
चिदंबरम ने जिन कांग्रेसी अध्यक्षों के नाम गिनाए उनमें आचार्य जेबी कृपलानी, पट्टाभी सीतारमैया, पुरुषोत्तमदास टंडन, यू एन धेबर, संजीव रेड्डी, संजीवैया, कामराज, निजलिंगप्पा, सी सुब्रमण्यम, जगजीवन राम, शंकर दयाल शर्मा, डी के बरुआ, ब्रह्मानंद रेड्डी, पी वी नरसिम्हा राव और सीताराम केसरी हैं। हालांकि पिछले 20 साल से कांग्रेस अध्यक्ष गांधी परिवार से है। राहुल से पहले सोनिया लगातार 19 साल तक अध्यक्ष रही हैं। इस कारण कांग्रेस पर एक परिवार वाली पार्टी होने का आरोप लगता रहा है।
अंबिकापुर में मोदी ने कांग्रेस पर कसा था तंज
गुरुवार को पीएम मोदी ने अंबिकापुर में चुनावी सभा के दौरान कहा था कि मैं तो हर रोज अपने चार सालों का हिसाब देता हूं। कांग्रेस वाले अभी भी आंसू बहाते हैं कि चायवाला देश का प्रधानमंत्री कैसे बन गया। इसके बाद मोदी ने सवाल करते हुए कहा कि, ये कह रहे हैं कि नेहरू की वजह से चायवाला प्रधानमंत्री बना, तो एक बार 5 साल के लिए अपने परिवार के बिना किसी को पार्टी का अध्यक्ष बनाकर दिखा दो।
दोनों ओर से जारी है आरोप-प्रत्यारोप का दौर
चुनावी जनसभाओं में भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारक एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे है। भाजपा जहां अपने चार साल की उपलब्धियों को बता रही है। वहीं कांग्रेस नोटबंदी, जीएसटी, राफेल डील, भीड़ द्वारा लोगों की हत्या जैसे मामलों पर भाजपा को घेर रही है। कांग्रेसी नेता चिदंबरम ने मोदी से बढ़ती बेरोजगारी, किसानों की आत्महत्या, महंगाई, गौ रक्षक, मॉब लिचिंग और आतंकवाद के मामले पर जवाब मांगा। बताते चलें कि पांचों राज्यों में चुनावी सरगर्मी पूरे उफान पर है।
विधानसभा की कुल 679 सीटों पर होना है चुनाव
पांच राज्यों के सभी विधानसभा क्षेत्रों को जोड़ दिया जाए तो यह आकड़ां 679 तक पहुंच जाता है। इसमें से छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित 18 सीटों पर 12 नवंबर को मतदान हुए थे, जबकि बाद की सभी 661 सीटों पर 28 नवंबर को वोट डाले जाएँगे। मध्यप्रदेश में 230 विधानसभा सीट, राजस्थान की 200 विधानसभा सीट, तेलंगाना की 119, छत्तीसगढ़ की 90 और मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है। पांचों राज्यों का परिणाम 11 दिसंबर को आएगा।
11 दिसंबर को आएगा चुनाव परिणाम
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनाव का परिणाम 11 दिसंबर को आएगा। इन पांच राज्यों में से तीन में इस समय भाजपा की सरकार है। लोकसभा चुनाव से पहले इन चुनावों को बड़ा अहम माना जा रहा है।