फ्रोजन फूड से जुड़े ये भ्रम नहीं हैं सच, जानिए इनकी हकीकत
आजकल फ्रोजन फूड का चलन काफी बढ़ गया है क्योंकि जब खाना बनाने का मूड न हो तो फ्रोजन फूड सबसे अच्छे विकल्प साबित होते हैं। हालांकि जैसे-जैसे मार्केट में फ्रोजन फूड की वैरायटी बढ़ती जा रही हैं, वैसे-वैसे लोगों के मन में इससे जुड़े कई भ्रम घर करते जा रहे हैं। हालांकि इनकी सच्चाई कुछ अलग ही है। चलिए आज हम आपको फ्रोजन फूड से जुड़े कुछ ऐसे ही भ्रमों और उनकी सच्चाई के बारे में बताते हैं।
भ्रम- सभी फ्रोजन फूड बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड होते हैं
बहुत से लोगों का ऐसा मानना है कि सभी फ्रोजन फूड बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड होते हैं, लेकिन यह सिर्फ एक भ्रम से ज्यादा और कुछ नहीं है क्योंकि फ्रोजन फूड में कई स्वस्थ विकल्प भी मौजूद होते हैं। उदाहरण के लिए फल और सब्जियों जैसे प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के फ्रोजन फूड का सेवन एक स्वस्थ विकल्प हो सकता है क्योंकि ऐसे खाद्य पदार्थ अधिक प्रोसेस्ड नहीं होते हैं।
भ्रम- फ्रोजन फूड में पोषक तत्व नहीं होते हैं
यह भी सिर्फ एक भ्रम है कि फ्रोजन फूड में पोषक तत्व नहीं होते हैं और यह बात सच से कोसों दूर है। फ्रोजन फूड की कई वैरायटी में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मौजूद रहते हैं। हालांकि यह बात सच है कि फ्रेश फूड की तुलना में फ्रोजन फूड स्टोर करने के दौरान अपने कुछ पोषण खो देते हैं, लेकिन फ्रोजन फूड में पोषक तत्व होते ही नहीं है, यह बात सच नहीं है।
भ्रम- फ्रोजन फूड कभी एक्सरपायर नहीं होते हैं
शायद यह सबसे आम भ्रम है कि फ्रोजन फूड कभी एक्सरपायर नहीं होते हैं, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। यह बात सच है कि फ्रेश फूड की तुलना में फ्रोजन फूड की लाइफ ज्यादा होती है, लेकिन लंबे समय तक इन्हें स्टोर करने से यह अपनी गुणवत्ता और स्वाद खो देते हैं। उदाहरण के लिए सब्जियों और फलों को 8-12 महीने, कैसरोल की 2-3 महीने और सूप को 2-3 महीने तक स्टोर किया जा सकता है।
भ्रम- किसी भी फूड को फ्रीज किया जा सकता है
फ्रोजन फूड से जुड़ा एक भ्रम यह भी है कि किसी भी खाद्य पदार्थ को फ्रीज किया जा सकता है, हालांकि यह सच नहीं है। दरअसल, किसी भी खाद्य पदार्थ को फ्रोजन फूड बनाने के लिए कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है, ताकि उसके मूल स्वाद और बनावट को भी बरकरार रखा जा सके। इसी कारण सभी प्रकार के खाद्य पदार्थों को फ्रीज नहीं किया जा सकता क्योंकि कुछ पदार्थ स्टोर करने पर अपना स्वाद खो देते हैं।