इन पोषक तत्वों का खजाना है अरहर की दाल, डाइट में जरूर करें शामिल
दालें कई पोषक तत्वों से समृद्ध होती हैं और ये विभिन्न शारीरिक जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं। अरहर यानी तुअर भी ऐसी ही दाल है, माना जाता है कि अरहर दाल के फायदे कई बीमारियों से बचाव और उनके लक्षणों को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं। आज हम आपको दाल के फायदे बताने जा रहे हैं, जिसके बाद आप इसको अपनी डाइट में शामिल करने में नहीं हिचकिचाएंगे।
बढ़ते वजन से निजात दिलाने में सक्षम है अरहर की दाल
अगर आप बढ़ते वजन को कम करने की कोशिश में लगे हैं तो आपके लिए अपनी डाइट में अरहर की दाल को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इसमें मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को मजबूत करने के साथ-साथ वसा को कम करने का काम भी करता है। वहीं, इसमें मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड वसा को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है। इसलिए अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो अपनी डाइट में इसे जरूर शामिल करें।
हृदय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है अरहर की दाल
अरहर की दाल में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण शामिल होते हैं जो हृदय के लिए काफी लाभदायक हो सकते हैं। दरअसल, अरहर की दाल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम फ्री रेडिकल्स का प्रभाव कम कर हृदय रोग के जोखिम को कम करके सुरक्षा प्रदान करने में मदद कर सकते हैं। इस प्रकार अरहर की दाल के सेवन से हृदय से संबंधित समस्याओं के जोखिमों से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में कारगर है अरहर की दाल
शरीर को स्वस्थ रखने में रोग प्रतिरोधक क्षमता का स्वस्थ होना जरूरी है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए भी अरहर की दाल का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण पाए जाते हैं। ये गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाने में काफी मदद कर सकता है, इसलिए अरहर की दाल को डाइट में शामिल करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
मधुमेह को कम करने में सहायक है अरहर की दाल
आजकल मधुमेह एक सामान्य बीमारी बन चुकी है। ऐसे में इस बीमारी से राहत पाने के लिए हफ्ते में काम से कम एक कटोरी अरहर की दाल का सेवन फायदेमंद हो सकता है। अरहर की दाल एंटी-डायबिटिक और एंटी-हायपरलिपिडेमिक जैसे पोषक गुणों से समृद्ध होती है जो टाइप-2 मधुमेह को कम करने में मदद कर सकती है। वहीं, इसके सेवन से शरीर में शुगर का स्तर संतुलित रहता है, जिससे मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।