वजन नियंत्रित करने के लिए लो-कार्ब डाइट फॉलो करते समय न करें ये गलतियां
आजकल कई लोग वजन नियंत्रित करने के लिए लो-कार्ब डाइट फॉलो कर रहे हैं क्योंकि इससे बार-बार भूख नहीं लगती और व्यक्ति ओवरईटिंग से बच जाता है। इस तरह वजन को नियंत्रित करने में आसानी होती है। हालांकि कई लोग लो-कार्ब डाइट फॉलो करते समय अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिनसे उन्हें वह लाभ नहीं मिल पाता जो वास्तव में डाइट से मिलना चाहिए। आइए आज ऐसी ही कुछ गलतियों के बारे में जानते हैं।
फैट्स से दूरी बनाना
ज्यादातर लोग लो-कार्ब डाइट लेते समय फैट्स से दूरी बना लेते है क्योंकि उनके मुताबिक इससे उनका वजन तेजी से नियंत्रित होगा, जबकि ऐसा नहीं है। भले ही आप लो-कार्ब डाइट में फैट सॉल्युबल विटामिन और न्यूट्रिएंट्स खाते हों, लेकिन अगर आपकी डाइट में फैट ही नहीं है तो इससे ये चीजें ढंग से नहीं पचती हैं। इस कारण लो-कार्ब डाइट का पूरा फायदा नहीं मिलता, इसलिए आप फैट्स युक्त खाद्य पदार्थों से दूरी न बनाएं।
प्रोटीन का अधिक सेवन
डाइट में प्रोटीन का होना बहुत जरूरी है, लेकिन इसका अधिक सेवन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। अक्सर यही देखने में आता है कि जब लोग लो-कार्ब डाइट पर होते हैं तो वे अधिक मात्रा में प्रोटीन लेने लगते हैं, जबकि यह गलत है। दरअसल, अधिक मात्रा में प्रोटीन लेने से यह ग्लूकोज में बदल जाती है और शरीर में फैट की तरह स्टोर हो जाती है। इस तरह आपका वजन नियंत्रित होने की बजाय बढ़ सकता है।
कम कैलोरी का सेवन करना
अगर आप लो-कार्ब डाइट फॉलो कर रहे हैं तो भूल से भी कैलोरी का सेवन कम न करें। दरअसल, शरीर में एक संतुलित मात्रा में कैलोरी का होना बहुत जरूरी है और इसकी कमी से शरीर को थकान और कमजोरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं जरूरत से ज्यादा कैलोरी से शरीर में मोटापे जैसे कई तरह के नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। इसलिए डाइट में सीमित मात्रा में ही कैलोरी को शामिल करें।
पानी के सेवन पर ध्यान न देना
आप चाहें वजन नियंत्रित करने के लिए लो-कार्ब डाइट को फॉलो करें या फिर कीटो डाइट, हर तरह की डाइट में पानी का सेवन एक अहम भूमिका अदा करता है। पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन न करने से आपकी डाइट का प्रभाव कम हो सकता है, इसलिए पानी के सेवन पर ध्यान दें। पानी के पर्याप्त सेवन से शरीर के जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने के साथ-साथ इसे हाइड्रेट रखने में भी काफी मदद मिलती है।