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नवजात शिशुओं को जन्म के कुछ सप्ताह बाद तक नहीं महसूस होता वयस्कों जैसा दर्द: अध्ययन

नवजात शिशुओं को जन्म के कुछ सप्ताह बाद तक नहीं महसूस होता वयस्कों जैसा दर्द: अध्ययन

लेखन सयाली
Jul 04, 2025
06:35 pm

क्या है खबर?

इस बात से तो हम सभी अवगत हैं कि नवजात शिशुओं की हड्डियां वयस्कों से ज्यादा होती हैं। हालांकि, अब एक नए अध्ययन से शिशुओं और वयस्कों के बीच एक और अंतर का पता चला है। दरअसल, इस शोध से सामने आया है कि नवजात शिशुओं को जन्म के कुछ सप्ताह बाद तक वयस्कों जैसा दर्द नहीं महसूस होता है। आइए इस अध्ययन के बारे में विस्तार से जानते हैं।

अध्ययन

शिशु बहुत अलग तरीके से करते हैं दर्द का अनुभव

इस अध्ययन को यूरोप स्थित यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन और किंग्स कॉलेज के शोधकर्ताओं ने मिलकर पूरा किया है। साथ ही इसे PAIN नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। इसके जरिए पता चला है कि दर्द को समझने के लिए जिम्मेदार तंत्रिका नेटवर्क गर्भावस्था के अंतिम सप्ताहों और जन्म के शुरूआती दिनों में विकसित होते हैं। इससे सामने आया कि नवजात शिशु वयस्कों की तुलना में दर्द का अनुभव बहुत अलग तरीके से करते हैं।

प्रक्रिया

शिशुओं के दिमाग को स्कैन करके की गई जांच

इस अध्ययन को पूरा करने के लिए शोधकर्ताओं ने 372 शिशुओं और 98 वयस्कों के दिमाग को स्कैन किया था। जब वयस्क दर्द का अनुभव करते हैं, तो मस्तिष्क के 3 मुख्य नेटवर्क सक्रिय होते हैं। ये संवेदी नेटवर्क (दर्द की तीव्रता), भावनात्मक नेटवर्क (दर्द का खतरा) और संज्ञानात्मक नेटवर्क (दर्द के प्रति हमारी प्रतिक्रिया) हैं। शोधकर्ताओं ने फंक्शनल मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (fMRI) का इस्तेमाल करके यह जांच की कि ये नेटवर्क कैसे विकसित होते हैं।

तकनीक

दर्द से जुड़े क्षेत्रों का किया गया विश्लेषण

शोधकर्ताओं ने 26 से 42 सप्ताह की उम्र वाले शिशुओं के दिमाग को स्कैन किया और उनके नतीजों का विश्लेषण किया। इनमें समय से पहले जन्में शिशुओं से लेकर पूर्ण अवधि के नवजात शिशु शामिल थे। उन्होंने दर्द प्रसंस्करण में शामिल दिमाग के 12 क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया था। इनमें थैलेमस, सोमैटोसेंसरी कॉर्टेक्स (जो स्पर्श और दर्द संवेदनाओं को संसाधित करता है) और प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स (सोच और निर्णय लेने में शामिल) जैसे क्षेत्र शामिल थे।

नतीजे

क्या रहे इस अध्ययन के नतीजे?

दर्द का पता लगाने वाले संवेदी दर्द नेटवर्क सबसे पहले विकसित होता है और गर्भावस्था के 34-36 हफ्तों के बीच वयस्क जैसी क्षमता पा लेता है। भावनात्मक दर्द नेटवर्क गर्भावस्था के 36-38 सप्ताह के बीच विकसित होता है। सबसे ज्यादा चौंकाने वाला था संज्ञानात्मक नेटवर्क, जो दर्द के प्रति हमारी प्रतिक्रिया को समझने और नियंत्रित करने में मदद करता है। यह नेटवर्क पूर्ण अवधि के शिशुओं में भी काफी कम विकसित हुआ था।

असामयिक शिशु 

समय से पहले जन्मे शिशुओं और दर्द के बीच का संबंध

32 सप्ताह से पहले पैदा हुए शिशुओं में वयस्कों की तुलना में दर्द का तंत्र बेहद कमजोर पाया गया। इन शिशुओं को अक्सर गहन चिकित्सा देखभाल की जरूरत होती है, क्योंकि वे खतरनाक रूप से कमजोर होते हैं। अध्ययन में यह भी पाया गया कि समय से पहले जन्मे शिशुओं में कुछ दर्द संबंध वयस्कों की तुलना में ज्यादा मजबूत होते हैं। इसे हाइपरकनेक्टिविटी कहा जाता है, जिससे समझ आता है कि ऐसे बच्चों को दर्द ज्यादा क्यों होता है।