ब्रेन ट्यूमर से आपको हमेशा बचाए रखेंगे ये उपाय, साथ में अपनाएँ स्वस्थ जीवनशैली
ब्रेन ट्यूमर एक बहुत ही घातक और जानलेवा बीमारी है, जिसका अगर समय पर इलाज न किया जाए तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है। ब्रेन ट्यूमर क्यों होता है, इसकी असली वजहों का पता अभी तक नहीं चल पाया है, लेकिन जैसे ही इसके लक्षण दिखाई दें, तुरंत इलाज करवाएँ। ऐसे में आज हम आपको ब्रेन ट्यूमर के कारण, लक्षण और इससे कैसे अपना बचाव कर सकते हैं, उसके बारे में बताने जा रहे हैं।
ब्रेन ट्यूमर का कारण और लक्षण
ब्रेन ट्यूमर सामान्य कोशिकाओं में DNA की गड़बड़ी से होता है। म्यूटेशन की वजह से कोशिकाएँ तेज़ी से विकसित और विभाजित होती हैं। इस वजह से आस-पास की जीवित कोशिकाएँ मरने लगती हैं। इस वजह से असामान्य कोशिकाओं का पिंड बन जाता है, जो ट्यूमर का निर्माण करता है। जो लोग ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित होते हैं, उन्हें बार-बार तेज़ सिरदर्द, उल्टी, स्वभाव में चिड़चिड़ापन, कमज़ोर याददाश्त, चक्कर आना, मुँह में अकड़न आना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
ब्रेन ट्यूमर से बचने के लिए लें विटामिन C युक्त आहार
ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित लोगों को अपनी डाइट में ज़्यादा से ज़्यादा विटामिन C वाले आहार शामिल करने चाहिए। विटामिन C दिमाग में मौजूद कैंसर की कोशिकाओं को ख़त्म करने का काम करता है। यही वजह है कि विटामिन C ब्रेन ट्यूमर में फ़ायदेमंद है।
भरपूर नींद और जंकफ़ूड से दूरी
ज़्यादा देर तक जागने और भरपूर नींद न लेने से भी यह बीमारी हो जाती है। नींद की कमी से नर्वस सिस्टम पर असर पड़ता है, जिससे दिमाग में कैंसर की कोशिकाओं का जन्म होता है। ऐसे में रोज़ाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें। ब्रेन ट्यूमर से बचने के लिए डिब्बाबंद, प्रोसेस्ड और जंकफ़ूड से दूरी बनाएँ। इससे न केवल ब्रेन ट्यूमर का ख़तरा होता है, बल्कि अन्य कई कैंसर का भी ख़तरा बढ़ जाता है।
भरपूर पानी पीएँ और पौष्टिक खाना खाएँ
मस्तिष्क को सही तरह से काम करने के लिए पानी की उचित मात्रा का सेवन बहुत ज़रूरी होता है। इसलिए रोज़ाना 8-9 गिलास पानी ज़रूर पिएँ। इसके अलावा ब्रेन ट्यूमर से बचने के लिए सबसे ज़रूरी है अपने खानपान का उचित ध्यान रखना। इससे बचने के लिए केमिकल युक्त और मिलावटी खाने से बचें। इसके साथ ही अपनी डाइट में विटामिंस और अन्य पोषक तत्वों को भी शामिल करें। विटामिन C, K और E से भरपूर खाद्य पदार्थ ज़रूर खाएँ।
मोबाइल फोन का कम से कम इस्तेमाल करें
ब्रेन ट्यूमर के बढ़ने की बड़ी वजह मोबाइल का ज़्यादा इस्तेमाल है। रेडियोफ़्रीक्वेंसी एनर्जी के ख़तरे से बचने के लिए ज़्यादा समय तक मोबाइल का इस्तेमाल न करें। बात करने के लिए हैंडफ़्री का इस्तेमाल करें, ताकि सिर और मोबाइल के बीच दूरी बनी रहे।