
सर्दी से जुड़े इन भ्रमों को सच मानते हैं लोग, जानिए इनकी सच्चाई
क्या है खबर?
सर्दी एक आम समस्या है, लेकिन इससे जुड़े कई भ्रम लोगों के बीच काफी समय से प्रचलित हैं।इन भ्रमों ने लोगों को कई बार गलत दिशा में भी ले जाते हैं।
इस लेख में हम कुछ ऐसे ही भ्रमों की सच्चाई जानेंगे और समझेंगे कि ये कितने सही हैं।
इसके अलावा हम यह भी जानेंगे कि इनका वैज्ञानिक नजरिया क्या है और ये कितने हानिकारक हो सकते हैं। इससे हमें सही जानकारी मिलेगी और हम बेहतर निर्णय ले सकेंगे।
#1
भ्रम- सर्दी से ग्रसित व्यक्ति को दूध नहीं पीना चाहिए
सर्दी से ग्रसित व्यक्ति को दूध न पीने की सलाह एक आम भ्रम है। कई लोग मानते हैं कि दूध पीने से बलगम बढ़ता है और समस्या बढ़ जाती है।
हालांकि, वैज्ञानिक नजरिए से देखा जाए तो यह पूरी तरह सही नहीं है।
दूध पीने से गले को आराम मिलता है और बलगम का असर कम होता है। इसलिए सर्दी में दूध पीना सुरक्षित माना जाता है। सर्दी के दौरान सही खान-पान से भी राहत मिल सकती है।
#2
भ्रम- ठंड से ही सर्दी होती है
ठंड और सर्दी के बीच संबंध होना एक सामान्य धारणा है।
हालांकि, ठंड सीधे तौर पर सर्दी का कारण नहीं होती है। सर्दी वायरस के संपर्क में आने से होती है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करने पर हमला करता है।
साफ शब्दों में कहें तो ठंड लगने पर सर्दी होने की संभावना बढ़ जाती है। सही देखभाल और सावधानी से इस समस्या से बचा जा सकता है।
#3
भ्रम- गर्म पेय पदार्थ पीने से सर्दी बढ़ती है
अधिकतर लोग मानते हैं कि गर्म पेय पदार्थ जैसे चाय या कॉफी पीने से उनकी सर्दी बढ़ जाएगी।
हालांकि, सच्चाई यह है कि गर्म पेय पदार्थ पीने से गले को आराम मिलता है और नाक बंद होने की समस्या थोड़ी कम होती है।
इसलिए सर्दी में गर्म पेय पदार्थ पीना फायदेमंद हो सकता है। इससे राहत पाने के लिए गर्म पानी या हर्बल चाय का सेवन किया जा सकता है।
#4
भ्रम- सर्दी का कोई इलाज नहीं होता
यह सबसे आम भ्रमों में से एक है कि सर्दी का कोई इलाज नहीं होता रहै।
सच बात यह है कि सर्दी का कोई खास इलाज नहीं होता, लेकिन इसके लक्षणों को कम करने के लिए घरेलू उपचार और बिना डॉक्टर के पर्चे वाली दवाइयां मददगार हो सकती हैं।
सही खान-पान, आराम और शरीर में पानी की कमी न होने देने से जल्दी राहत मिलती है।
इस प्रकार की देखभाल से सर्दी के असर को कम किया जा सकता है।