Page Loader
आयुर्वेदिक उपचार से जुड़े ये भ्रम नही हैं सच, जानिए इनकी हकीकत
आयुर्वेदिक उपचार से जुड़े भ्रम और उनकी सच्चाई

आयुर्वेदिक उपचार से जुड़े ये भ्रम नही हैं सच, जानिए इनकी हकीकत

लेखन अंजली
Oct 01, 2024
03:48 pm

क्या है खबर?

आयुर्वेदिक उपचार और आधुनिक चिकित्सा के बीच अक्सर तुलना की जाती है। कई लोग आयुर्वेद को प्राकृतिक और सुरक्षित मानते हैं, जबकि कुछ इसे वैज्ञानिक प्रमाणों के अभाव में अविश्वसनीय मानते हैं। इस लेख में हम आयुर्वेदिक उपचारों से जुड़े भ्रमों और चिकित्सा तथ्यों पर विस्तार से चर्चा करेंगे, ताकि आप सही जानकारी के आधार पर निर्णय ले सकें। दोनों तरीकों की खूबियों और सीमाओं को समझना जरूरी है ताकि स्वास्थ्य समस्याओं का सही समाधान मिल सके।

#1

भ्रम- आयुर्वेदिक दवाओं के दुष्प्रभाव नहीं होते

आयुर्वेदिक दवाओं को अक्सर बिना किसी दुष्प्रभाव के माना जाता है। हालांकि, यह पूरी तरह सच नहीं है। कुछ आयुर्वेदिक दवाओं में धातुएं और जड़ी-बूटियां होती हैं, जो गलत मात्रा में लेने पर हानिकारक हो सकती हैं। इसलिए किसी भी दवा का सेवन करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है ताकि सही मात्रा और उपयोग सुनिश्चित हो सके। इससे आप संभावित हानियों से बच सकते हैं और उपचार का सही लाभ उठा सकते हैं।

#2

भ्रम- आयुर्वेद एक अवैज्ञानिक चिकित्सा प्रणाली है 

कई लोगों को यह मानना है कि आयुर्वेद एक अवैज्ञानिक चिकित्सा प्रणाली है, हालांकि यह सिर्फ एक भ्रम है। वास्तविकता यह है कि यह पूर्ण रूप से वैज्ञानिक चिकित्सा प्रणाली है, जो मॉडर्न मेडिकल साइंस और प्राचीन चिकित्सा प्रणाली दोनों का मिश्रण है। इसलिए जब एक व्यक्ति आयुर्वेद चिकित्सा की जानकारी प्राप्त करता है तो उसमें शरीर की पूरी जानकारी वैज्ञानिक तरीके से दी जाती है और ऐसे व्यक्ति को MBBS के साथ-साथ आयुर्वेद भी पढ़ना होता है।

#3

भ्रम- आयुर्वेदिक उपचार तुरंत असर नहीं दिखाता है

आयुर्वेदिक उपचारों को धीरे-धीरे असर दिखाने वाला माना जाता है। यह सच भी हो सकता है क्योंकि ये शरीर को प्राकृतिक तरीके से ठीक करने पर जोर देते हैं। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि ये कम प्रभावी होते हैं। बस इनका असर दिखने में समय लग सकता है। कई बार आयुर्वेदिक उपचारों के लिए धैर्य और निरंतरता की आवश्यकता होती है, जिससे शरीर पूरी तरह से ठीक हो सके। इसलिए आयुर्वेदिक उपचार अपनाते समय धैर्य रखना जरूरी है।

#4

भ्रम- आयुर्वेदिक दवाएं शरीर में गर्मी पैदा करती हैं 

यह भी आयुर्वेद से जुड़ा एक सामान्य भ्रम है कि आयुर्वेदिक दवाएं शरीर में गर्मी पैदा करती हैं और इसलिए इनके सेवन से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि, सच्चाई यह है कि आयुर्वेदिक उपचार त्रिदोष यानि वात, पित्त और कफ पर आधारित होता है और हर व्यक्ति में यह तीनों दोष पाए जाते हैं। उपचार करते समय इन तीनों को संतुलित किया जाता है। इसलिए यह कहना कि आयुर्वेदिक दवाएं गर्म होती हैं, उचित नहीं है।