क्या कैन वाले पेय पीना सेहत के लिए हानिकारक होते हैं?
क्या है खबर?
आजकल बाजार में कई तरह के पेय पदार्थ कैन में उपलब्ध हैं।
लोग इन्हें आसानी से खरीदकर पीते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन कैन का आपकी सेहत पर क्या असर पड़ सकता है?
कैन वाले पेय पीने के कुछ संभावित नुकसान हो सकते हैं, जिनके बारे में जानना जरूरी है।
इस लेख में हम इन्हीं नुकसानों के बारे में चर्चा करेंगे और आपको बताएंगे कि किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि सेहत सुरक्षित रहे।
#1
एल्यूमिनियम की समस्या
कैन आमतौर पर एल्यूमिनियम से बने होते हैं।
जब आप इनसे पेय पदार्थ पीते हैं तो थोड़ी मात्रा में एल्यूमिनियम आपके शरीर में जा सकती है। यह धातु आपके मस्तिष्क और हड्डियों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
हालांकि, एक बार या कभी-कभी सेवन करने पर इसका असर कम होता है, लेकिन नियमित रूप से ऐसा करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
इसलिए कोशिश करें कि आप ताजे फलों का रस या अन्य प्राकृतिक विकल्प चुनें।
#2
बिस्फेनॉल ए (Bpa) की उपस्थिति
कैन के अंदर एक पतली प्लास्टिक की कोटिंग होती है, जिसमें बिस्फेनॉल ए (BPA) नामक रसायन होता है।
यह रसायन हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है और लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने पर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
BPA को लेकर कई शोध हुए हैं जो बताते हैं कि यह कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप कांच या स्टील की बोतलों का उपयोग करें।
#3
स्वाद और पोषण की कमी
कैन वाले पेय पदार्थों में अक्सर कृत्रिम स्वाद और रंग मिलाए जाते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं होते।
इनमें पोषक तत्वों की भी कमी होती है क्योंकि ये प्रसंस्कृत होते हैं और इनमें शक्कर समेत अन्य आर्टिफिशियल तत्व मिलाए जाते हैं।
ऐसे पेय पदार्थ न केवल वजन बढ़ाते हैं बल्कि मधुमेह जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ाते हैं।
ताजे फलों का रस या नारियल पानी जैसे प्राकृतिक विकल्प चुनना हमेशा बेहतर होता है।
#4
पर्यावरणीय प्रभाव
एल्यूमिनियम कैन पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं क्योंकि इन्हें बनाने और रिसाइकिल करने में बहुत ऊर्जा लगती है।
अगर इन्हें सही तरीके से नहीं फेंका जाता है तो ये प्रदूषण का कारण बन सकते हैं।
प्लास्टिक कचरे की तरह ये भी हमारे पर्यावरण को हानि पहुंचा सकते हैं। इसलिए हमें इनके उपयोग को कम करने की कोशिश करनी चाहिए ताकि हम पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकें।