क्या ब्राउन राइस स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं? जानें सच्चाई
ब्राउन राइस को अक्सर सफेद चावल से बेहतर माना जाता है। लोग इसे ज्यादा पौष्टिक और सेहतमंद समझते हैं। ब्राउन राइस में फाइबर, विटामिन-B और मिनरल्स अधिक होते हैं, जबकि ये गुण सफेद चावल में ये कम होते हैं। हालांकि, अगर आपकी डाइट संतुलित हो तो दोनों ही प्रकार के चावल आपके लिए अच्छे हो सकते हैं। इसलिए यह जरूरी नहीं कि ब्राउन राइस हमेशा सफेद चावल से बेहतर हो।
पोषण संबंधी अंतर
ब्राउन राइस और सफेद चावल के बीच पोषण में अंतर जरूर होता है, लेकिन यह उतना बड़ा नहीं जितना लोग सोचते हैं। ब्राउन राइस में फाइबर, विटामिन-B और मिनरल्स अधिक होते हैं, जबकि सफेद चावल में ये कम होते हैं। अगर आपकी डाइट संतुलित हो तो दोनों ही प्रकार के चावल आपके लिए अच्छे हो सकते हैं। इसलिए यह जरूरी नहीं कि ब्राउन राइस हमेशा सफेद चावल से बेहतर हो।
पाचन पर प्रभाव
ब्राउन राइस का फाइबर कंटेंट अधिक होने के कारण इसे पचाने में समय लगता है। यह पेट को भरा हुआ महसूस कराता है और कब्ज जैसी समस्याओं से बचाता है। वहीं सफेद चावल जल्दी पच जाता है और तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। इसलिए अगर आपको तुरंत ऊर्जा चाहिए तो सफेद चावल बेहतर विकल्प हो सकता है। इसके अलावा ब्राउन राइस का सेवन वजन घटाने में मदद कर सकता है क्योंकि यह लंबे समय तक भूख नहीं लगने देता।
ब्राउन राइस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स
ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) एक मापदंड है, जो बताता है कि कोई खाद्य पदार्थ कितनी तेजी से ब्लड शुगर लेवल बढ़ाता है। ब्राउन राइस का GI कम होता है, जिससे ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है। वहीं सफेद चावल का GI अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है। मधुमेह के मरीजों के लिए ब्राउन राइस अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि यह ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
स्वाद
स्वाद की बात करें तो कई लोगों को सफेद चावल का स्वाद ज्यादा पसंद आता है। सफेद चावल का स्वाद हल्का और मुलायम होता है, जो ज्यादातर भारतीय व्यंजनों के साथ अच्छी तरह मेल खाता है। इसके विपरीत, ब्राउन राइस का स्वाद थोड़ा नट जैसा और गाढ़ा होता है, जिसे हर किसी को पसंद नहीं आता। सफेद चावल का उपयोग पुलाव और खिचड़ी जैसे व्यंजनों में किया जा सकता है, जो इसे अधिक लोकप्रिय बनाता है।