त्योहारों पर अलग-अलग स्टाइल में बांधे साड़ी, लगेंगी सबसे ज्यादा खूबसूरत
भारत में साड़ी पहनना एक पारंपरिक और खूबसूरत कला है। हर राज्य की अपनी खास शैली होती है, जो वहां की संस्कृति को दर्शाती है। इस लेख में हम कुछ प्रमुख साड़ी पहनने के फैशन टिप्स देंगे, जो न केवल आपको सुंदर दिखाएंगे बल्कि आरामदायक भी होंगे। इन विभिन्न शैलियों से आप अपनी पारंपरिक भारतीय संस्कृति को अपनाते हुए खुद को अलग-अलग अवसरों पर खूबसूरत दिखा सकती हैं और सहज महसूस कर सकती हैं।
महाराष्ट्रीयन स्टाइल साड़ी
महाराष्ट्र की नौवारी साड़ी की ड्रेपिंग बहुत ही खास और आकर्षक होती है। इसमें 9 गज लंबी साड़ी को धोती स्टाइल में पहना जाता है, जिससे महिलाओं को चलने-फिरने में आसानी होती है। यह तरीका उन्हें एक शाही लुक भी प्रदान करता है। इसे पहनते समय आप हल्के गहनों का चयन कर सकती हैं ताकि आपका लुक संतुलित और मनोहर लगे। इस शैली में पारंपरिकता और आराम का बेहतरीन मेल होता है।
बंगाली स्टाइल
बंगाली स्टाइल में साड़ी पहनना बहुत ही सरल होता है और इसका प्रभाव बहुत ही मनोहर होता है। इसमें पल्लू को सामने से पीछे की ओर ले जाकर कंधे पर पिन किया जाता है। इसमें लाल बॉर्डर वाली सफेद या क्रीम रंग की साड़ियां अधिक पसंद की जाती हैं। इसे पहनते समय आप बड़ी बिंदी और चूड़ियों का उपयोग कर सकती हैं ताकि आपका लुक पूरा हो सके और पारंपरिकता झलके।
गुजराती स्टाइल
गुजराती स्टाइल में साड़ी पहनना बहुत ही रंगीन और जीवंत होता है। इसमें पल्लू को सामने से लेकर पीछे तक घुमाया जाता है, जिससे यह आगे से खुला रहता है। यह तरीका विशेष रूप से त्योहारों और शादी-ब्याह के मौकों पर पहना जाता है। इसे पहनते समय आप भारी गहनों का चयन कर सकती हैं ताकि आपका लुक शानदार लगे और पारंपरिकता भी झलके। इस शैली में रंगों का खास ध्यान रखा जाता है, जिससे आपका लुक आकर्षक बनता है।
तमिलियन स्टाइल
तमिलियन स्टाइल में साड़ी पहनना बेहद सरल होता है। इसमें पल्लू को कंधे पर सीधा रखा जाता है, जिससे यह देखने में बेहद आकर्षक लगता है। इसके लिए कांजीवरम या सिल्क की साड़ियां सबसे उपयुक्त होती हैं। इसे पहनते समय आप सोने के गहनों का चयन कर सकती हैं ताकि आपका लुक पूरा हो सके। इन विभिन्न तरीकों से आप अपनी पारंपरिक भारतीय संस्कृति को अपनाते हुए खुद को अलग-अलग अवसरों पर खूबसूरत दिखा सकती हैं।