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धीरूभाई अंबानी का 100 साल पुराना पुश्तैनी घर जनता के लिए खुला, यहीं हुआ था उनका जन्म
धीरूभाई अंबानी का पुश्तैनी घर जनता के लिए खुला

धीरूभाई अंबानी का 100 साल पुराना पुश्तैनी घर जनता के लिए खुला, यहीं हुआ था उनका जन्म

लेखन अंजली
May 23, 2023
12:11 pm

क्या है खबर?

एशिया की सबसे अमीर हस्तियों में से एक मुकेश अंबानी अभी मुंबई के अल्टामाउंड रोड पर स्थित एंटीलिया में रहते हैं, लेकिन उनकी जड़ें गुजरात के जूनागढ़ जिले के चोरवाड़ गांव में हैं, जहां उनका पुश्तैनी घर है। यह घर 100 साल से अधिक पुराना है और 2002 में इसे खरीदने से पहले 20वीं शताब्दी की शुरुआत में अंबानी परिवार ने इसे किराये पर लिया था। अब 5 करोड़ रुपये में इसका पुनर्निर्माण करके पर्यटकों के लिए खोला गया है।

खर्च

इसी घर में हुआ था धीरूभाई अंबानी का जन्म

रिलायंस इंडस्ट्रीज की शुरुआत करने वाले धीरूभाई अंबानी का जन्म इसी पुश्तैनी घर में हुआ था और साल 2011 में इस 2 मंजिला घर को एक स्मारक में बदल दिया गया था। पिछले कुछ सालों में इसमें कई बदलाव किए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस पुश्तैनी घर का पुनर्निर्माण करने के लिए आर्किटेक्चरल कंपनी अभिक्रम और अमिताभ तेवतिया डिजाइन्स से संपर्क किया था और पुनर्निर्माण में 4-5 करोड़ रुपये का खर्च हुआ है।

एंट्री फीस

2 रुपये है इस मेमोरियल हाउस की एंट्री फीस

साल 2011 में इस पुश्तैनी घर का उद्धाटन धीरूभाई अंबानी मेमोरियल हाउस के रूप में किया गया था और उस दौरान अंबानी परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे। इसे पुश्तैनी घर को 2 भागों में बांटा गया है, जिनमें से एक जनता के लिए खुला है। यह मंगलवार से रविवार तक सुबह 9:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक जनता के लिए खुला रहता है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, धीरूभाई अंबानी मेमोरियल हाउस की एंट्री फीस 2 रुपये है।

पर्यटन

पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं ये चीजें

गांव में अंबानी परिवार की पुश्तैनी संपत्ति 1.2 एकड़ जमीन में फैली हुई है और इसे 'मैंगरोलवालानो डेलो' के नाम से जाना जाता है। इसमें पर्यटकों के लिए एक सोविनियर दुकान और एक छोटा थिएटर है, जिसमें धीरूभाई के जीवन पर आधारित एक फिल्म दिखाई जाती है। यहां एक बड़ा गार्डन भी है, जिसका एक हिस्सा पर्यटकों के लिए और दूसरा हिस्सा प्राइवेट है। आपको यहां भारत और गुजरात की स्थापत्य कला से जुड़ी जानकारियां भी मिल सकती हैं।

अन्य निर्माण

गांव में बगीचे, 2 स्कूल और 1 अस्पताल का भी करवाया गया है निर्माण

धीरूभाई अंबानी मुंबई में एक विशाल कंपनी खड़ी करने के बाद अक्सर चोरवाड़ की यात्रा करते थे और उनकी पत्नी कोकिलाबेन अंबानी अब भी अक्सर यहां कुछ दिन बिताने आती हैं। बता दें, धीरूभाई इस गांव से महज 500 रुपये लेकर निकले थे और दुनिया के सबसे सफल कारोबारी बनकर वापस लौटे। अंबानी परिवार ने अपने पुश्तैनी घर के बुनियादी ढांचे में सुधार करने के अलावा गांव में बगीचे, 2 स्कूल और 1 अस्पताल का निर्माण भी करवाया है।