
मानसून के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती दे सकते हैं ये 5 व्यंजन, जानिए रेसिपी
क्या है खबर?
मानसून में उमस और नमी के कारण वायरल संक्रमण और फ्लू का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना जरूरी है। इसके लिए खान-पान का ध्यान रखना सबसे अच्छा तरीका है। मानसून में कई ऐसे स्वादिष्ट व्यंजन हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे व्यंजनों की रेसिपी बताते हैं, जो मानसून के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं।
#1
खिचड़ी
खिचड़ी एक ऐसा व्यंजन है, जो आसानी से पच जाता है और इसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। इसे बनाने के लिए चावल और दाल को बराबर मात्रा में मिलाकर पकाया जाता है, जिससे यह प्रोटीन से भरपूर होता है। आप इसमें सब्जियां भी मिला सकते हैं, जो विटामिन और खनिज से भरी होती हैं। खिचड़ी हल्का होने के साथ-साथ पौष्टिक भी होती है, जो शरीर को ऊर्जा देती है।
#2
रसम
रसम दक्षिण भारतीय व्यंजन है, जो टमाटर, इमली और मसालों से बनाया जाता है। इसमें विटामिन-C की अच्छी खासी मात्रा होती है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने में मदद करता है। रसम बनाने के लिए सबसे पहले टमाटर को उबालें, फिर इसे मिक्सी में पीस लें। अब एक पैन में तेल गर्म करके उसमें सरसों, मेथी दाना, सूंठ, हल्दी, लाल मिर्च, करी पत्ता और हरी मिर्च डालें। इसके बाद इसमें टमाटर का पेस्ट और पानी मिलाएं।
#3
बंगाली शुक्तो
बंगाली शुक्तो एक पारंपरिक व्यंजन है, जो कई तरह की सब्जियों से बनाया जाता है। इसमें करेला, परवल, कच्चा केला, आमड़ा और कटहल का उपयोग होता है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले सभी सब्जियों को छोटे टुकड़ों में काट लें। अब एक कढ़ाई में तेल गर्म करके उसमें राई, मेथी दाना, लाल मिर्च और हल्दी पाउडर डालें। इसके बाद इसमें सभी सब्जियां डालकर धीमी आंच पर पकाएं।
#4
दाल बाटी चूरमा
दाल बाटी चूरमा राजस्थानी व्यंजन है, जिसमें दाल, गेहूं आटा और गुड़ शामिल होते हैं। सबसे पहले आटे की गोल-गोल लोइयां बनाकर उन्हें तवे पर सेंके। इसके बाद इनको घी में डुबोकर चूरमा बना लें। अब दाल को पकाकर उसमें मसाले मिलाएं। इस व्यंजन को बनाने में समय लगता है, लेकिन इसका स्वाद लाजवाब होता है। यह व्यंजन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।