अमृत उद्यान 16 अगस्त से लोगों के लिए खुलेगा, जानिए महत्वपूर्ण बातें
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज (14 अगस्त) अमृत उद्यान के ग्रीष्मकालीन वार्षिक संस्करण 2024 का उद्घाटन कर चुकी हैं और अब यह जनता के लिए 16 अगस्त से 15 सितंबर तक खुला रहेगा। यह उद्यान सोमवार (उद्यान के रखरखाव) का दिन छोड़कर लोगों के लिए सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच उपलब्ध रहेगा और अंतिम प्रवेश की अनुमति शाम 5:15 बजे तक है। आइए जानें कि उद्यान में प्रवेश के लिए टिकट कहां से बुक करनी है।
अमृत उद्यान के लिए आधिकारिक घोषण से जुड़ी पोस्ट
अमृत उद्यान की सैर के लिए पंजीकरण है जरूरी
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर विशेष रूप से खिलाड़ियों और 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों के लिए आरक्षित रखा जाएगा। इसमें यह भी कहा गया है कि उद्यान की यात्रा नि:शुल्क है, लेकिन प्रवेश के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। पर्यटक राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट visit.rashtrapatibhavan.gov.in पर अपना स्लॉट ऑनलाइन बुक कर सकते हैं।
ऑफलाइन टिकट बुक कैसे करें?
अगर ऑनलाइन टिकट बुक करने में दिक्कत आए तो पर्यटक राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 35 के बाहर स्थित स्वयं सेवा कियोस्क के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं। राष्ट्रपति भवन का गेट नंबर 35 नॉर्थ एवेन्यू रोड के पास है। इसके अतिरिक्त पर्यटकों की सुविधा के लिए केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन से गेट नंबर 35 तक एक मुफ्त शटल बस सेवा भी उपलब्ध होगी।
अमृत उद्यान में इस बार ये चीजें होगीं खास
राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव नाविका गुप्ता ने कहा, "अमृत उद्यान में आने वाले लोगों को पर्यावरण अनुकूल स्मृति चिन्ह के तौर पर तुलसी के बीज से बने 'बीज पत्र' दिए जाएंगे, जिन्हें मिट्टी में बो कर लोग पर्यावरण संरक्षण का हिस्सा बन सकते हैं।" यही नहीं, अमृत उद्यान में आने वालों के लिए 'स्टोन एबेकस', 'साउंड पाइप' और 'म्यूजिक वाल' जैसे आकर्षण भी होगें, जिनका हिस्सा बनकर बच्चे काफी खुश होगें।
इतना मशहूर क्यों है अमृत उद्यान?
अमृत उद्यान के मशहूर होने का कारण इसका नजारा है, जो कई फूलों और पौधों से सजा हुआ है। यहां गुलाब की 159 किस्में मौजूद हैं, जिनके नाम मदर टेरेसा और क्वीन एलिजाबेथ जैसी प्रसिद्ध हस्तियों के नाम पर रखे गए हैं। इनके अलावा यहां ट्यूलिप, एशियाटिक लिलि, डेफोडिल, ह्यासिंथ और अन्य मौसमीय फूल भी हैं। बोगनवेलिया की 101 जानी मानी किस्मों में से 60 उगाई जाती हैं। साथ ही यहां वृक्षों, झाड़ियों और लताओं की तकरीबन 50 किस्में हैं।
साल 1917 में सर एडविन लुटियन ने तैयार किया था इस उद्यान का डिजाइन
राष्ट्रपति भवन की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, अमृत उद्यान जम्मू-कश्मीर के मुगल गार्डन, ताजमहल के आसपास के उद्यानों और भारत और पर्सिया की पेंटिंग से प्रेरणा लेकर बनाया गया है। अमृत उद्यान में दो शैलियों के वास्तुशिल्प का मिलाप किया गया है। बता दें कि साल 1917 में सर एडविन लुटियन ने अमृत उद्यान का डिजाइन तैयार किया था और साल 1928-1929 में इसमें पौधे लगाए गए थे।